सीजी क्रांति/खैरागढ़। महोत्सव 2022 के शुभारंभ समारोह में बतौर मुख्यअतिथि पहुंचे सीएम भूपेश बघेल ने क्षेत्र को विकास कार्यो की सौगात दी। उन्होंने संगीत एवं ललित कला को खैरागढ़ तक सीमित न कर पूरे प्रदेश में विस्तार की बात कही। इंदिरा कला संगीत विवि की कुलपति ममता चंद्राकर की मांग पर सीएम ने कहा कि निश्चित तौर पर छत्तीसगढ़ की संस्कृति को सहेजना चाहिए।
यह भी पढ़ें…छत्तीसगढ़ को मिलीं एक और IAS…गुजरात से कैडर चेंज कर आ रहीं महिला आईएएस, पति CG में हैं IPS
यहां की संस्कृति, बोली, भाखा का विशेष महत्व है। इस लिहाज से बस्तर, सरगुजा, रायगढ़ और रायपुर सहित अन्य स्थानों पर इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय की शाखा का संचालन कर छत्तीसगढ़ की लोककला, संस्कृति—संस्कार एवं परंपरा को सहेजा जा सकता है। वही आने वाली पीढ़ी को भी उससे आसानी से जोड़ा जा सकेगा। इस तरह जो कला साधक दिन—रात मेहनत कर संस्कृति को जिंदा रखे हुए है, उसकी साधना भी व्यर्थ नहीं जाएगी। बकायदा उन्होंने आने वाले वित्तीय वर्ष के बजट में इसके लिए प्रावधान करने की बात कही है।