सीजी क्रांति/खैरागढ़। विधायक देवव्रत सिंह के निधन के बाद खैरागढ़ की विधानसभा सीट खाली है। अब सीट पर उपचुनाव होना है। ऐसा माना जा रहा है कि फरवरी के अंतिम में चुनाव के लिए मतदान होंगे। इससे पहले कांग्रेस-भाजपा प्रत्याशी तलाशने शुरू कर दिए है। जहां भाजपा में दो नामों पर ही मंत्रणा चल रही है। जबकि कांग्रेस का टिकट लगभग फिक्स नजर आ रहा है?
सूत्रों की मानें तो कांग्रेस से उपचुनाव की टिकट देवव्रत सिंह की पहली पत्नी पदमा सिंह को मिलेगी। वही हालही में पदमा सिंह की सीएम के अलावा बड़े कांग्रेसी नेताओं के साथ हुए मेल मुलाकात भी इसी बात को हवा दे रही है।
कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन में समर्थकों के साथ पहुंची पदमा
छुईखदान में कांग्रेस की आज (मंगलवार) को कार्यकर्ता सम्मेलन चल रहा है। जहां पदमा सिंह अपने समर्थकों के साथ पहुंची है। वहीं संगठन के लोग भी उनको तवज्जो दे रहे हैं।
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इस दौरान जोगी कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले लोगों के कांग्रेस में शामिल होने की बात कही जा रही है?
सहानुभूति को वोट में बदलने की मंशा?
विधायक देवव्रत सिंह के निधन के बाद राजा आर्यव्रत सिंह और राजकुमारी शताक्षी का सौतेली मां विभा के साथ संपत्ति विवाद चल रहा है। खैरागढ़ और उदयपुर पैलेस सील हो गया है। ऐसे में राजा और राजकुमारी के साथ पदमा सिंह रह रही है। वही देवव्रत सिंह के जाने के बाद से राजा आर्यव्रत सिंह और राजकुमारी शताक्षी को लोगों की सहानुभूति मिल रही है। साथ ही पदमा सिंह को भी लोगों का सपोर्ट मिल रहा है। यहीं वजह है कि उन्हें उपचुनाव में उतारकर सहानुभूति वोट हासिल करने की मंशा हो सकती है?