सीजी क्रांति/खैरागढ़। छुईखदान में भाजपा को अध्यक्ष की कुर्सी से बेदखल करने बाद अब कांग्रेस की निगाह पड़ोसी नगर पंचायत पर है। गंडई नगर पंचायत में भी अध्यक्ष की कुर्सी पर तलवार लटक रही है। यहां के पार्षदों द्वारा नपं अध्यक्ष श्यामपाल ताम्रकार के खिलाफ कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा को सौंपे गए अविश्वास प्रस्ताव फैसला आज होना है।
यह भी पढ़ें…खैरागढ़ उपचुनाव: दावेदारों की धडक़ने तेज…पार्टी ने शॉर्ट लिस्ट किए नाम!
जिसे लेकर अध्यक्ष समेत भाजपा-कांग्रेस के पार्षद नंगर पंचायत भवन के अंदर चले गए है। इसी के साथ अविश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि घंटेभर के अंदर गंडई की नगरीय सरकार के भाग्य का फैसला हो जाएगा।
गंडई नगर पंचायत के सूत्र ने बताया कि अविश्वास प्रस्ताव के आवेदन सौंपते समय सात कांग्रेसी पार्षद के अलावा चार भाजपा पार्षद भी शामिल थे। अभी नगर पंचायत में कुल 15 पार्षद हैं, जिनमें से भाजपा के 7 और कांग्रेस के 7 पार्षद हैं। जबकि श्यामपाल ताम्रकार ही एक अकेला निर्दलीय पार्षद है, जिन्हें भाजपा ने अध्यक्ष की कुर्सी देकर अपने पाले में ला लिया था। लेकिन कांग्रेस के साथ भाजपा पार्षदों के बगावती तेवर दिखने के बाद पार्टी को कुर्सी खोने का डर सता रही है।
अविश्वास प्रस्ताव के लिए दो तिहाई बहुमत की जरूरत होती है, लेकिन कांग्रेस के खेमे में महज 7 पार्षद ही पार्षद है। ऐसे में कांग्रेसियों को 4 भाजपा पार्षदों का साथ मिला है। कांग्रेस के 7 के अलावा भाजपा के 4 पार्षदों ने भी अविश्वास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए हैं। जिससे इस अविश्वास प्रस्ताव को मुहर लग गई।