सीजी क्रांति/खैरागढ़. कोरोना महामारी के बीच कोरोना वैक्सीन लगाने में तमाम तरह की गड़बड़ियों की बात सामने आ रही है. कई लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई लेकिन उनके पास वैक्सीन लग जाने के मैसेज और सर्टीफिकेट आ गए हैं. नगर के सिविल लाईन निवासी देवाशीष सिंह और उसके तीन मित्र भी ऐसी ही घटना का शिकार हुए हैं. देवाशीष सिंह, चंद्रहास सोनी, अशोक पटेल और चेतन निषाद ने कोरोना वैक्सीन के दूसरे डोज के लिए ऑनलाइन पंजीयन कराया था.
22 जुलाई को चारों युवक जब पैलीमेटा के टीकाकरण केंद्र पहुंचे. जहाँ उन्हें टीके की कमी बताकर बिना टीका लगाए वापस लौटा दिया गया. पैलीमेटा से लौटते वक्त देवाशीष सिंह और उसके दोस्तों के मोबाईल में मैसेज आ गया, ‘यू हैव सक्सेसफुली बीन वैक्सीनेटेड’.
चारों युवक अपने मोबाइल का मैसेज देखकर हैरान हैं. उन्होंने रजिस्ट्रेशन के फार्म भरे लेकिन टीका नहीं लगा. मैसेज आ गया कि आप को वैक्सीन लग चुकी है और उनके सर्टिफिकेट भी http://cowin.gov.in पर उपलब्ध हो गए है.
देवाशीष सिंह ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी को दूरभाष से अपनी आपबीती सुनाई तो उन्होंने मोबाईल में आये मैसेज और सर्टिफिकेट व्हाट्सएप्प पर भेजने कहा. देवाशीष ने मैसेज और सर्टिफिकेट भेज दिया है लेकिन खबर लिखे जाने तक उनके पास कोई जवाब नहीं आया है.
एक तरफ लोग टीका लगाने के लिए धक्के खा रहे हैं, घंटों लाइन में खड़े रहने के बावजूद टीके की कमी से नंबर नहीं आ रहा है. दूसरी तरफ बिना टीका लगे ही लोगों को टीकाकरण का प्रमाणपत्र मिल रहा है. अब यह सिस्टम की विफलता है या फिर स्टाफ की गलती जांच का विषय है?