सीजी क्रांति/डेस्क। बिपरजॉय तूफान के जखौ तट से टकराने के बाद गुजरात में तबाही का मंजर है। 90 से 125 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवा के कारण इसका असर कच्छ-सौराष्ट्र समेत 8 जिलों में रहा। यह अपने पीछे भारी तबाही छोड़ हो गया। जगह-जगह पेड़ और खंभे गिर गए। तूफान के कारण भावनगर में 2 लोगों की मौत हुई। 22 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। अब तक 94 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है।
940 गांवों की बिजली गुल हो गई। 23 जानवर मरे, 524 से अधिक पेड़ उखड़ गए। वहीं बड़ी संख्या में मोबाइल टॉवर भी उखड़ गए। 94 हजार से ज्यादा लोगों को तटीय इलाकों से रेस्क्यू किया गया था। कोस्ट गार्ड ने 15 जहाज और 7 एयरक्राफ्ट तैयार रखे थे। एनडीआरएफ की 27 टीमें भी तैनात थीं। कच्छ में मांडवी, नलिया, नारायण सरोवर, जाखौ बंदर, मुंद्रा और गांधीधाम समेत पूरे राज्य में तेज बारिश हो रही है।
गुरुवार शाम साढ़े छह बजे बिपरजॉय जखौ तट से टकराया था। लैंडफॉल आधी रात तक चला। इस दौरान हवाओं की रफ्तार 115 से 125 किमी प्रति घंटे रही। इससे पहले कच्छ, द्वारिका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी समेत तटीय इलाकों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई। अब यह उत्तर- दक्षिण राजस्थान की तरफ बढ़ रहा है।