सीजी क्रांति/खैरागढ़। राजघराने में बढ़ते संपत्ति विवाद के बीच एक बड़ी खबर आ रही है। सीएम भूपेश बघेल ने दिवंगत राजा देवव्रत सिंह के पुत्र राजा आर्यव्रत सिंह और पुत्री राजकुमारी शताक्षी से मुलाकात की। इस दौरान उनकी पहली पत्नी पदमा सिंह भी मौजूद रहीं। सीएम भूपेश बघेल ने उन्हें संबल प्रदान करते हुए कहा कि जीवन में पिता की कमी कोई पूरी नहीं कर सकता, लेकिन एक अभिभावक के रूप में वह हमेशा उनके हितों की रक्षा के लिए उपलब्ध रहेंगे।
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यह मुलाकात कई मायनों में खास माना जा रहा है। क्योंकि दिवंगत राजा देवव्रत सिंह के संपत्ति को लेकर राजघराने में विवाद बढ़ता ही जा रही है। विभा सिंह महल में हक जता रही है, वही देवव्रत सिंह की पत्नी होने के नाते संपत्ति पर मालिकाना हक बता रही है। ऐसे में राजा और राजकुमारी के सिर पर मुख्यमंत्री का हाथ होना बड़ी बात है।
यह मुलाकात राजनीतिक दृष्टिकोण भी अहम माना जा रहा है। क्योंकि आने वाले दिनों में खैरागढ़ में उपचुनाव होने है। ऐसे में पदमा सिंह को कांग्रेस की ओर से कैंडिडेट के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि इसे लेकर पैलेस और कांग्रेस की ओर से कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं मिली है।