नई दिल्ली: भारत ने इतिहास रच दिया है. चंद्रयान-3 (chandrayaan-3) ने चांद के साउथ पोल (south pole of moon) पर सफलतापूर्वक लैंडिंग कर ली है. चंद्रयान-3 (chandrayaan-3) के इसके साथ ही भारत चांद के साउथ पोल (south pole of moon) पर यान उतारने वाला पहला देश बन गया है. जबकि चांद के किसी भी हिस्से में यान उतारने वाला भारत चौथा देश बन गया है. भारत से पहले अमेरिका, सोवियत संघ (अभी रूस) और चीन ही चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग कर पाए हैं.
चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम सफलतापूर्वक चांद पर उतर चुका है. अब इसके अंदर से रोवर प्रज्ञान के निकलने का इंतजार है. इसमें करीब 1 घंटा 50 मिनट लगेगा. डस्ट सेटल होने के बाद विक्रम चालू होगा और कम्युनिकेट करेगा. फिर रैंप खुलेगा और प्रज्ञान रोवर रैंप से चांद की सतह पर आएगा. इसके बाद इसके व्हील चांद की मिट्टी पर अशोक स्तंभ और ISRO के लोगो की छाप छोड़ेंगे. फिर ‘विक्रम’ लैंडर ‘प्रज्ञान की फोटो खींचेगा और प्रज्ञान विक्रम की तस्वीर लेगा. ये फोटो वे पृथ्वी पर भेजेंगे.