सीजी क्रांति/खैरागढ़। खैरागढ़ उपचुनाव के लिए भाजपा ने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। भाजपा ने पूर्व विधायक व संसदीय सचिव कोमल जंघेल पर एक बार फिर भरोसा जताया है। श्री जंघेल इसके पहले भी भाजपा के टिकट से चार बार चुनाव लड़ चके है। यह उनकी पांचवी बारी होगी। कोमल जंघेल को पूर्व मख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के करीबी माने जाते हैं। 2018 में विधानसभा के आम चुनाव में कोमल जंघेल कांग्रेस के लहर के बीच अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई थी। वे महज 870 वोट से चुनाव हारे थे, जबकि कांग्रेस के गिरवर जंघेल तीसरे स्थान पर थे।
24 मार्च तक नामांकन, 12 अप्रैल को मतदान
निर्वाचन आयोग के कार्यक्रम के मुताबिक उप चुनाव के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 24 मार्च निर्धारित की गई है। 25 मार्च को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। 28 मार्च तक प्रत्याशियों को अपने नाम वापस लेने का मौका दिया जाएगा। उसके बाद वैध प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह आवंटित कर दिया जाएगा। खैरागढ़ सीट पर मतदान 12 अप्रैल को होना है। 16 अप्रैल को मतगणना और परिणाम जारी होंगे।
पिछली बार जकांछ के कब्जे में थी सीट
2018 में हुए विधानसभा चुनाव में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के देवव्रत सिंह ने इस सीट पर भाजपा की कोमल जंघेल को केवल 870 वोटों के अंतर से हराया था। नवम्बर 2021 में देवव्रत सिंह का निधन हो गया। इसके बाद से यह सीट खाली है। 2013 में कांग्रेस के गिरवर जंघेल यहां से विधायक थे। 2007 के उप-चुनाव और 2008 के आम चुनाव में भाजपा के कोमल जंघेल ने यह सीट जीती। इससे पहले कांग्रेस के देवव्रत सिंह यहां से विधायक हुआ करते थे।