सीजी क्रांति/खैरागढ़। विधानसभा उपचुनाव के लिए दो दर्जन से अधिक दावेदार होने के बाद भी कांग्रेस ने प्रत्याशी चयन के मामले में बाजी मार ली है। जबकि भाजपा में गिनती के दावेदार होने पर भी प्रत्याशी चयन को लेकर मंथन जारी है। सूत्रों की मानें तो भाजपा जातिगत समीकरण को भेदकर गैर लोधी प्रत्याशी को चुनावी मैदान में उतारने का जोखिम नहीं लेना चाह रही है। यह डर इसलिए भी बढ़ गया है। क्योंकि कांग्रेस यशोदा वर्मा के रूप में लोधी प्रत्याशी का ऐलान कर चुकी है।
कोमल जंघेल पार्टी के टिकट वितरण के पैरामीटर में फिट बैठ रहे हैं, वहीं पिछले तीन चुनाव में टिकट के लिए लाबिंग कर रहे विक्रांत सिंह की लोकप्रियता व टिकट न मिलने की स्थिति में उनके समर्थकों की नाराजगी से उत्पन्न संभावित नुकसान से चिंतित है। विक्रांत समर्थक हर बार ऐन समय पर टिकट कटने और इस बार भी संभावित आशंका से हताश नजर आ रहे हैं।
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बहरहाल लोगों में इस बात की चर्चा थी कि भाजपा मंगलवार शाम तक प्रत्याशी की घोषणा कर देगी। हालांकि अभी इस बात की उम्मीद जताई जा रही है कि देर रात भाजपा उम्मीदवार का चेहरा सामने आ सकता है। भाजपा उम्मीदवार की घोषणा यदि मंगलवार को सार्वजनिक नहीं की गई, तो संभव है कि संभावित प्रत्याशी को देर रात ईशारा कर दिया जाएगा और बुधवार को इसकी घोषणा की जाएगी। विपक्ष में बगावत की आशंका अधिक रहती है। लिहाजा पार्टी ऐसे समय में प्रत्याशी की घोषणा कर सकती है, जिससे टिकट न मिलने से नाराज दावेदारों को विरोध करने के लिए कम से कम समय मिले।
मंगलवार शाम राजपूत समाज के भवन में भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक में भाजपा के वरिष्ठ नेता खूबचंद पारख ने अपने उद्बोधन में यह संकेत दे चुके हैं कि भाजपा प्रत्याशी नामांकन दाखिल करने भीड़ नहीं ले जाएगी, यानी शक्ति प्रदर्शन नहीं किया जाएगा। इससे समझा जा सकता है कि भाजपा अंतिम समय में अपना पत्ता खोलेगी। ताकि टिकट को लेकर पार्टी के भीतर चल रहे गुटबाजी करने वालों को विरोध का मौका न मिल सके।