सीजी क्रांति/खैरागढ़। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज खैरागढ़ विधानसभा के वनांचल व पहाड़ी क्षेत्र में बसे वोटरों को साधने साल्हेवारा और बकरकट्टा में सभाएं लेंगे। इसके बाद गंडई से लगे पैलीमेटा में भी जनता को संबोधित करेंगे। खैरागढ़ विधानसभा का एक हिस्सा जहां मैदानी है, वहीं साल्हेवारा पट्टी पहाड़ के उस पार है। इस क्षेत्र में आदिवासी समुदाय बहुतयात में है। यहां राज परिवार व पूर्व विधायक देवव्रत सिंह का प्रभाव रहा है। वहीं छुईखदान व गंडई का इलाका भाजपा प्रत्याशी कोमल जंघेल का क्षेत्र है।
भूपेश बघेल अपने चुनाव प्रचार के पहले ही दिन इन क्षेत्रों पर उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं ताकि यहां कांग्रेस के पक्ष में माहौल तैयार किया जा सके। यहां क्षेत्र चुनाव में निर्णायक माना जाता है। भूपेश बघेल का आभामंडल गांव, गरीब, किसान, पिछड़ा व आदिवासी वर्ग के हितेषी के रूप में गढ़ा गया है। इस वर्ग के लिए उन्होंने काफी योजनाएं व कार्य भी किए है। लिहाजा इन क्षेत्रों में कांग्रेस को लीड मिलने से स्वाभाविक रूप से भूपेश बघेल के कद को बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगी।
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भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर पिछड़ा वर्ग के एक बड़े नेता के रूप में उभरे हैं। चूंकि खैरागढ़ पिछड़ा वर्ग बाहुल्य वाला इलाका है। कांग्रेस को पूरा विश्वास है कि भूपेश बघेल के सक्रिय होने से खैरागढ़ में जीत का परचम फहरया जा सकता है। बहरहाल खैरागढ़ को जिला बनाने की घोषणा को कांग्रेस का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है।
यहीं वजह है कि सभा के दौरान घोषणा पत्र में शामिल किए गए क्षेत्र के मुदृदों को उल्लेख भी करेंगे। जिससे लोगों को कांग्रेस की ओर से झुका सके। ऐसा माना जा रहा है कि सीएम की सभा बड़े वोट बैंक को प्रभावित कर सकता है।