सीजी क्रांति/खैरागढ़। उप विधानसभा चुनाव को फतेह करने पूरी सरकार खैरागढ़ में बैठ गई है। सोमवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी खैरागढ़ आ रहे हैं। भूपेश बघेल खुद वहां प्रचार का मोर्चा संभालेंगे। वे छह दिनों कांग्रेस प्रचार की कमान संभालेंगे। यहां सभाओं को संबोधित करेंगे। उनके आने के बाद निश्चित रूप से कांग्रेस के प्रचार—प्रसार में कसवाट आएगी।
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किन्ही भी कारणों से निराश, नाराज कार्यकर्ता व नेता भी घर से निकलकर अब मैदान में उतरेंगे। श्री बघेल शुरुआत छुईखदान इलाके से करेंगे। यह भाजपा प्रत्याशी और पूर्व विधायक कोमल जंघेल का गृह क्षेत्र है। तय कार्यक्रम के मुताबिक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दोपहर बाद 2.30 बजे छुईखदान क्षेत्र के बकरकट्टा पहुंचेंगे। यहां एक जनसभा होनी है।
उसके बाद साल्हेवारा में उनकी एक जनसभा होगी। सोमवार को ही उनकी तीसरी चुनावी जनसभा पैलीमेटा गांव में होगी। 2018 के आम चुनाव के बाद सत्ता में आई कांग्रेस तीन उप चुनाव जीत चुकी है। ऐसे में खैरागढ़ विधानसभा का उप चुनाव साख का सवाल बना हुआ है।
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कांग्रेस को पता है कि कुछ खामियों के कारण 2018 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को तीसरे स्थान पर रहना पड़ा था। नगरीय निकाय चुनाव में भी खैरागढ़ में कांग्रेस आशातीत सफलता हासिल नहीं कर पाई। मंत्रियों व संगठन पदाधिकारियों के साथ प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम भी खुद वहां गांव-गांव में नुक्कड़ सभाएं कर रहे हैं।
कांग्रेस पार्टी के तमाम दिग्गज नेताओं समेत विधायकों को अलग—अलग जोन का प्रभार सौंप दिया है। उन्हें निर्देश है कि वे अपने क्षेत्र में डेरा डालकर बैठ जाएं। कोई भी अपने क्षेत्र से बाहर न निकले। इस तरह से कांग्रेस ने खैरागढ़ सीट को जीतने के हर मोर्चें पर अपने मजबूत सिपाहियों को बैठा दिया है।