00 जांच टीम के सामने वार्डवासियों ने निकाली भड़ास
00 मंदिर परिसर में रहा गहमा—गहमी माहौल
00 डटे रहे पुलिसकर्मी
सीजी क्रांति/खैरागढ़। टिकरापारा स्थित राम मंदिर की संपत्ति के आधिपत्य और प्राइवेट ट्रस्ट के सदस्यों की विवादित कार्यप्रणाली से जुड़ी शिकायत की जांच के लिए तहसीलदार प्रीतम साहू की अगुवाई में गठित जांच टीम ने आज मंदिर परिसर में दस्तक दी।
विधायक व टिकरापारा के नागरिकों की शिकायत की जांच के लिये एसडीएम लवकेश धुर्वे ने त्रि—सदस्यीय टीम का गठन किया गया है जिसमें तहसीलदार प्रीतम साहू, सीएमओ सीमा बक्शी व एसटीओ विलास झाड़े शामिल हैं।
तीनों पक्षों से लिये कागजात, मांगी गवाहों की सूची, सोमवार से शुरू होगी सुनवाई
जांच दल के सदस्यों ने आज से जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है। अधिकारियों ने अपने शुरूआती जांच के दौरान राम मंदिर के सभाकक्ष में तीनों पक्षों की बात सुनी, उनसे शिकायत से संबंधित दस्तावेज मांगा, गवाहों की सूची ली और मंदिर परिसर का मुआयना किया। सोमवार से क्रमवार गवाहों से बयान लिये जायेंगे। इस दौरान टिकरापारा वार्ड के लोगों ने तहसीलदार को मंदिर से जुड़ी शिकायतों से अवगत कराया और मांग पत्र सौंपा वहीं विवादित ट्रस्ट के सदस्यों ने समिति से जुड़े दस्तावेज व साक्ष्य जांच टीम के सामने रखे।
बता दें कि विधायक देवव्रत सिंह ने 8 अगस्त को टिकरापारा स्थित राम मंदिर में प्रशासक नियुक्त करने और प्राइवेट ट्रस्ट के सदस्यों पर मंदिर परिसर का व्यावसायिक उपयोग करने और उससे अर्जित आय का दुरूपयोग करने समेत कई गंभीर आरोप लगाते हुये कलेक्टर से जांच की मांग की थी। टिकरापारा के स्थानीय निवासियों ने मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों पर गंभीर आरोप लगाये हैं।