सीजी क्रांति न्यूज/खैरागढ़। शहर के भीतर भ्रष्टाचार के गारे से सनकर बनी सड़कों में आई दरार अब दिखने लगी है। गुरूवार को हुई पहली बारिश में दाउचौरा में बनी नाली में ऐसा उफान आया कि खैरागढ़-लॉजी मार्ग में बाढ़ की स्थिति बन गई। कमीशन के बोझ में लदेे पालिका के अफसर अब गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदारों को नोटिस जारी कर रस्मअदायगी की तैयारी कर रही है। वहीं कुछ ठेकेदारों को ब्लेक लिस्ट करने हिम्मत भी बटोरी जा रही है।
पालिका के जिम्मेदार अफसरों ने वर्क आर्डर जारी कर निर्माण कार्य को ठेकेदारों के भरोसे छोड़ दिया। ईमानदारी से मानीटरिंग ही नहीं हुई। कई जगहों पर इस्टीमेट के हिसाब से काम नहीं हुआ। नतीजतन शहर में विकास के दावों की पोल खुलनी शुरू हो चुकी है।
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अपनी ही सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरे कांग्रेसी
हाल ही में गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य और पेयजल संकट को लेकर तीन बार के पार्षद व वरिष्ठ नेता मनराखन देवांगन नागरिकों के साथ कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर विरोध प्रकट कर चुके हैं। इसके पहले पार्टी के बैठक में नगर पालिका अध्यक्ष शैलेंद्र वर्मा को भी जनहित के कार्यों में लापरवाही बरतने के मामले में घेर चुके हैं। इसके बाद से गहरी नींद से जागते हुए पालिका प्रशासन मैदान में उतर कर अपने ही निगरानी में हुए भ्रष्ट कार्यों को लेकर अब ठेकेदारों पर आंखे तरेर रहे हैं।
पार्षद विनय देवांगन का आरोप, सीएमओ और ठेकेदार समय पर सुन लेते तो इतनी बुरी स्थिति नहीं होती
गुरूवार को हुई पहली बारिश में पालिका के कार्यों की पोल खुल गई। खैरागढ़-लॉजी मार्ग में अनियोजित नाली निर्माण के कारण सड़क पानी से लबालब हो गया। इस मार्ग में ऐसा पहली बार हुआ। उन्होंने एक वीडियो वायरल किया है, जिसमें उन्होंने बताया कि नाली निर्माण के दौरान उन्होंने पूर्व सीएमओ सूरज सिदार और ठेकेदार को चेताया था कि नाली निर्माण अधूरी न छोड़े। उनकी नहीं सुनी गई।
यही वजह है कि खैरागढ़ के इतिहासर में पहली बार दाउचौरा की मुख्य सड़क पर बाढ़ की स्थिति बन गई। इस मामले में ठेकेदार का कहना है, नाली निर्माण का भूमिपूजन भाजपा पार्षद विनय देवांगन ने ही किया है। अवैध कब्जे की वजह से नाली निर्माण पूरा नहीं हो पाया। इसमें ठेकेदार को गलत ठहराना सही नहीं है।
गुणवत्ताहीन काम करने वालों को जारी होगा नोटिस-शैलेंद्र वर्मा
नगर पालिका के अध्यक्ष शैलेंद्र वर्मा ने कहा कि गुणवत्ताहीन कार्य करने वाले ठेकेदारों को नोटिस जारी किया जाएगा। जरूरत पड़ी तो ब्लेक लिस्ट करने पर भी विचार किया जाएगा। हालांकि इस मामले में ठेकेदारों की स्पष्ट राय है कि सारा काम पालिका प्रशासन के निगरानी में की गई है तो ठेकेदार को गलत कहना कहां तक सही है।
नोटिस जारी करेंगे-सीएमओ
मैंने कुछ दिन पहले ही कार्यभार संभाला है। सारे निर्माण कार्य पहले के हैं। नगर में निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया जा रहा है। कई जगहों पर निर्माण कार्यों में खामियां मिली है। ठेकेदारों ने लापरवाही बरती है। जल्द ही उन्हें नियमानुसार नोटिस जारी कर कार्य में सुधार लाने के निर्देश दिए जाएंगे। सरकार के पैसे से जनसुविधाओं के कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अब जो लापरवाही बरतेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।