सीजी क्रांति न्यूज/ रायपुर। व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा आयोजित भर्ती, पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा के लिए प्रदेश के खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले को छोड़कर प्रदेश के पूरे 32 जिलों में परीक्षा केंद्र बनाया गया है। अब इसका खमियाजा जिले के उन परीक्षार्थियों को भुगतना होगा जिन्हें प्रवेश परीक्षा या पात्रता एवं भर्ती परीक्षा देनी होगी। इस मामले में बड़ी लापरवाही जिला प्रशासन की सामने आई है। दरअसल जिला प्रशासन के अफसरों ने नोडल अधिकारी, कॉलेज समन्वयक समेत परीक्षा संबंधी समुचित जानकारी व्यापमं को नहीं भेजी। लिहाजा व्यावपमं ने प्रदेश के पूरे 32 जिलों में परीक्षा केंद्र बनाया लेकिन खैरागढ़-छुईखदान-गंडई को छोड़ दिया।
बता दें कि खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में एक भी परीक्षा केंद्र स्थापित नहीं किया गया है। जबकि इस सामान अवधि में बने मानपुर-मोहला-अंबागढ़ चौकी, सांरगगढ़-बिलाईगढ़, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जैसे जिलों में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। जबकि इंफ्रास्ट्रक्चर एवं अन्य सुविधाओं के मामले में जिला केसीजी इन जिलों से कमतर नहीं है।
इस संबंध कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा व जिला शिक्षा अधिकारी फत्तेराम कोसरिया को सीजी क्रांति ने अवगत कराया। लेकिन उन्होंने भी हैरानी जाहिर करते हुए परीक्षा केंद्र के संबंध में जानकारी नहीं होने की बात कही है। इस संबंध में व्यापमं नियंत्रक डॉ. सुधीर अर्पित ने बताया कि उन्होंने करीब 6-7 माह पहले जिला प्रशासन को इस संबंध में सूचना दे थी। लेकिन उनकी ओर से परीक्षा केंद्र सबंधी चाही गई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई।
उन्हें रिमांइड तक भेजा गया लेकिन जब वहां से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई तो हमने खैरागढ़-छुईखदान-गंडई को छोड़कर प्रदेश के अन्य सभी 32 जिलों में व्यापमं का परीक्षा केंद्र बनाया है। अब नोटिफिकेशन जारी किया जा चुका है। तो अब इस दिशा में कोई निर्णय हो पाएगा, इस सबंध फिलहाल कुछ बतानें की स्थिति में नहीं हूं।
हालांकि सीजी क्रांति ने इस पूरे प्रकरण का अध्ययन किया है। यदि इस दिशा में जिला प्रशासन तत्काल पहल करें और राजनीतिक स्तर पर शिक्षा मंत्री की अनुशंसा से खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में युवाओं को हित में ध्यान में रखकर परीक्षा केंद्र स्थापित करने पहले की दिशा में प्रयास किया जा सकता है। किंतु इसके लिए समन्वित प्रयास की आवश्यकता होगी।
छात्रावास अधीक्षक श्रेणी द के 300 पदों के लिए होनी है भर्ती परीक्षा
बता दें कि हाल ही में व्यापमं ने आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग अंतर्गत छात्रावास अधीक्षक श्रेणी द के 300 पदों के लिए भर्ती परीक्षा आयोजित की है। इसकी सूचना हाल ही में 1 मार्च को जारी की गई है। इन पदों के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 मार्च तय की गई है। वहीं इसके लिए प्रदेश में 32 जिलों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है लेकिन खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में एक भी परीक्षा केंद्र स्थापित नहीं किया गया है। जबकि इस सामान अवधि में बने मानपुर-मोहला-अंबागढ़ चौकी, सांरगगढ़-बिलईगढ़, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जैसे जिलों में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इसे लेकिन स्थानीय लोगों में गहरी नाराजगी देखी जा रही है।
1 thought on “खैरागढ़ जिला प्रशासन की बड़ी लापरवाही ! भुगतेंगे व्यापमं परीक्षार्थी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई को छोड़ पूरे 32 जिलों में होंगे परीक्षा केंद्र”
सहीं बात है केसीजी में परीक्षा केंद्र स्थापित किया जाना चाहिए जिससे इसके आसपास रह रहे परीक्षार्थी को परीक्षा देने तथा आवागमन में सुविधा हो।