सीजी क्रांति/खैरागढ़। पालिका अध्यक्ष की कुर्सी कांग्रेस-भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। दोनों पार्टी के नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। जहां कांग्रेस राज्य की सत्ता में काबिज होने की वजह से पालिका पर कब्जा जमा कर अपना गढ़ बनाने की मंशा रख रही है। वही रिकाऊंटिंग विवाद के बाद भाजपा नेताओं के खिलाफ दर्ज एफआईआर ने मामले को हाई प्रोफाइल बना दिया है।
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कोर्ट द्वारा मामले के आरोपियों की जमानत अर्जी खारिज कर दी गई है। ऐसे में किसी भी स्थिति में भाजपा अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा जमाना चाहती है। इधर कांग्रेस शहरी सत्ता में अपना अध्यक्ष बैठाकर भाजपा का किला ढहाने की कोशिश में है।
कांग्रेसी मंत्रियों की नाक का सवाल
कांग्रेस की ओर से सत्ता सरकार काम कर रही है। ऐसे में चुनाव से लेकर अब तक मंत्री स्तर के नेता डटे हुए है। वही खैरागढ़ में अपना अध्यक्ष बनाने की जुगत में लगे हुए है। ऐसे में कांग्रेस के लिए शहरी सत्ता की कुर्सी पर कब्जा जमाना नाक का सवाल बन गया है।