सीजी क्रांति/खैरागढ़। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पर परिवारवाद का आरोप लगाने वाले जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष नवाज खान के वक्तव्य को आधारहीन व सत्ता का दंभ बताते हुए खैरागढ़ भाजपा मंडल के मीडिया प्रभारी राजू यदु ने कड़ी भर्त्सना की है।
उन्होंने कहा कि भाजपा व डॉक्टर रमन सिंह पर आरोप लगाने वाले नवाज खान पहले अपनी पार्टी के गिरेबान में झांक ले। कांग्रेस के जड़ में परिवारवाद है। जबकि पूरे देश मे भाजपा ही एकमात्र पार्टी है जहाँ कार्यकर्ता को उसकी योग्यता, निष्ठा और पार्टी की जरूरत के हिसाब से पद दिया जाता है। वंशवाद और परिवारवाद तो कांग्रेस की परंपरा रही है। राजमाता और राजनीति में उसकी अयोगय संतान को पूरा देश ढो रही है।
राजू यदु ने कहा कि अभिषेक सिंह को यदि सांसद का टिकिट डॉ. रमन सिंह के पुत्र होने की वजह से मिलता तो दूसरी बार उनकी टिकट नही कटती। भाजपा ने जमीनी कार्यकर्ता मधुसूदन यादव को टिकट दिया। पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता संतोष पांडेय को टिकट दिया। भाजपा सबको समयानुसार जिम्मेदारी देती है।
जनसमर्थन के बल पर अपनी जगह बनाई विक्रांत सिंह ने
राजू यदु ने कहा, विक्रांत सिंह की राजनीतिक शुरुवात छात्र राजनीति से हुई थी। तब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। उन्होंने छात्र संघ के हर चुनाव में कांग्रेस के एनएसयूआई को पटखनी दी थी। उसके बाद मैदानी स्तर पर संघर्स कर भाजपा को मजबूत किया और नगर के दिग्गज नेता को पराजित कर नगर पंचायत में सत्तासीन कांग्रेस को हटाकर बड़े मतों से भाजपा का परचम फहराया । उनके ऐतिहासिक विकास कार्यों का ही आशीर्वाद जनता ने दुबारा दिया और विक्रांत दोबारा नगर पालिका के अध्यक्ष चुने गए।
शहर को विकास के मुख्यधारा से जोड़ने के बाद ग्रामीण जनता ने विक्रांत सिंह को जनपद चुनाव लड़ने की मांग की। जनता का प्यार इस बरसा की वे जनपद सदस्य जीतकर जनपद के निर्विरोध अध्यक्ष भी बने। रही बात जिला पंचायत की तो बगैर सत्ता-सरकार के भी विक्रांत ने अपनी लोकप्रियता साबित की। वे जतिवाद का तिलस्म तोड़कर जिला पंचायत सदस्य बने। विक्रांत सिंह को मिले जनता का आशीर्वाद व कार्यकर्ताओं के समर्थन देखकर पार्टी ने उन्हें जिला पंचायत उपाध्यक्ष पद पर लड़ाया। वहाँ भी उन्होंने अपनी राजनीतिक कौशल और रणनीति के बल पर जीत का परचम लहराया।
राजू ने कहा कि ये वही नवाज खान है, जिनके दुर्व्यवहार और बदतमीजी के कारण उनकी ही पार्टी की महिला विधायक रायपुर प्रदेश कांग्रेस भवन में धरने पर बैठ गई थी। यही नहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम लेकर उन्होंने कैसे एक अधिकारी से दुर्व्यवहार और धमकी दी थी, उसका आडियो राजनांदगांव जिले की जनता ने सुना है।