उदयपुर बलवाकांड : 1 साल 11 माह बाद आरोपी गुलशन तिवारी गया जेल और चंद घंटे में बाहर, इस मामले में 7 आरोपी, पढ़ें पूरी खबर


सीजी क्रांति न्यूज/खैरागढ़। उदयपुर बलवाकांड मामले में 1 साल साढ़े 11 महीने बाद आरोपी गुलशन तिवारी पकड़ाया, रिमांड पर उसे जेल भी भेजा गया लेकिन चंद घंटों में गुलशन तिवारी जेल से बाहर हो गया। उसे पेट में दर्द होने लगा। तबियत बिगड़ी और खैरागढ़ सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां से उसे राजनांदगांव रेफर किया गया।

चिकित्सा विभाग के सूत्रों के अनुसार गुलशन तिवारी को क्रोनिक अल्कोहलिक बताया जा रहा है जिसके चलते डॉक्टर ने संदेह जताया है कि गुलशन को पेंक्रियाडाइटीस हो सकता है। विशेषज्ञों की सलाह के लिए उसे मेडिकल कॉलेज राजनांदगांव रेफर किया गया।

इस पूरे मामले में आरोपियों की धरपकड़ में सालों लग गए। इस बीच पुलिस पर उंगली उठी कि वह राजनीतिक दबाव के कारण अब तक कार्रवाई में ढिलाई बरत रही थी। हालांकि पुलिस ने आचार संहिता के बीच चुनाव के बाद दो आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए अन्य 5 लोगों को भी आरोपी बनाया है।

दिलचस्प यह है कि पुलिस विभाग ने बलवाकांड जैसे गंभीर मामले के आरोपियों की गिरफ्तारी की, लेकिन तय समय पर उसकी सूचना मीडिया में प्रसारित नहीं की गई। जबकि जिले के छोटी घटनाओं की सूचना और आरोपियों की तस्वीर मीडिया को मुहैया कराई गई। स्वास्थ्यगत समस्या का हवाला देकर गुलशन तिवारी को जेल से अस्पताल रेफर किया गया। जबकि रिमांड में लेने से पहले आरोपी का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया, जिसमें वह स्वस्थ था। जेल जाने के बाद अचानक गुलशन तिवारी की तबियत बिगड़ गई।

छुईखदान थाना के एसआई मुरली बघेल के अनुसार उदयपुर पैलेस में हुए बलवा कांड मामले में पुलिस ने दो गिरफ्तारियां की है जिसमें आरोपी गुलशन तिवारी पिता नरेंद्र उम्र 35 वर्ष निवासी ग्राम उदयपुर व दादू पिता हामिद खान उम्र 32 वर्ष निवासी ग्राम उदयपुर थाना छुईखदान को न्यायिक हिरासत में लेकर जेल दाखिल किया गया है।

बताया गया कि मामले में पुलिस अभी भी वीडियो फुटेज खंगाल रही है। आरोपियों के विरुद्ध शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने आईपीसी की धारा 186, शासकीय कर्मचारी से मारपीट करने धारा 353, बलवा उत्पन्न करने धारा 147, जानबूझकर डरा धमका कर चोट पहुंचाने धारा 332, कुचेष्टा से हानि पहुंचाने आईपीसी की धारा 427 व 3/1 लोक संपत्ति निवारण अधिनियम अपराध पंजीकृत किया गया था।

बता दें कि 21 नवंबर को जिला पुलिस अधीक्षक अंकिता शर्मा ने जिलेभर के थाने में पेंडिंग अपराधों के निराकरण को लेकर आवश्यक मीटिंग की थी इसके बाद 30 दिसंबर 2021 को विधायक रहें स्व.देवव्रत सिंह की मृत्यु के 56 दिन बाद उदयपुर पैलेस के बहुचर्चित बलवा कांड को लेकर आरोपियों के विरुद्ध नामजद अपराध दर्ज किया गया और 22 नवंबर को तड़के 5 बजे बजे जिला युवा कांग्रेस के अध्यक्ष गुलशन तिवारी सहित कुल 7 लोगों को घर से गिरफ्तार किया गया था।

उदयपुर बलवाकांड के आरोपी
गुलशन तिवारी
दादू खान
पिरतू साहू
सोमलाल वर्मा
इंद्रभूषण सिंह
प्रशांत जंघेल
ईश्वर जंघेल

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