सीजी क्रांति/खैरागढ़. खैरागढ़ को जिला बनाने चल रहे भूख हड़ताल को समर्थन करने छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जोगी के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी गुरूवार को संगीत नगरी खैरागढ़ पहुंचे. नगर आगमन से पूर्व अमित जोगी का ग्राम संडी में जनता कांग्रेस के जिला अध्यक्ष विष्णु लोधी ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ स्वागत किया और बाइक रैली में समर्थकों के साथ ईतवारी बाजार व अंबेडकर चौक स्थित क्रमिक भूख हड़ताल धरना स्थल पर पहुंचे.
इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने कहा कि खैरागढ़ को जिला बनाने की मांग जायज है, जनता की सुविधाओं को देखते हुये खैरागढ़ का जिला बनना आवश्यक है इसके लिए जनता कांग्रेस सडक़ से सदन तक की लड़ाई लड़ेेगी. उन्होंने अपनी पार्टी के विधायकों से विधानसभा में बात रखने व समर्थन की बात भी कही साथ ही इस संघर्ष में हमेशा साथ रहने का विश्वास दिलाया. अंबेडकर चौक में बीते 17 दिनों से भूख हड़ताल कर रहे छात्र नेता नरेन्द्र सोनी, हेमूदास साहू, उत्तम बागड़े, शिवानी परिहार, गंगाराम वर्मा सहित हड़तालियों की हौसला अफजाई करते हुये उन्होंने अपने पिता अजीत जोगी को याद करते हुये कहा कि छत्तीसगढ़ में 36 जिले हो ये स्वर्गीय जोगी की ही कल्पना थी. 10 साल तक परिसीमन आयोग की बंदिशों के कारण उनके कार्यकाल में कोई भी जिला नहीं बन पाया लेकिन खैरागढ़ अंचल में विकास को लेकर उनकी सोच सकारात्मक थी इसलिये साल्हेवारा को उन्होंने उपतहसील का दर्जा दिया और पांडादाह में कागज फैक्ट्री खोलने के साथ ही अंचल की जीवन दायिनी आमनेर नदी में एक बड़ी सिंचाई परियोजना की शुरूआत भी वो करना चाहते थे लेकिन उनके बाद के मुख्यमंत्रियों ने खैरागढ़ के विकास की चिंता नहीं की.
खैरागढ़ से हो रहा सौतेला व्यवहार
जिला बनाने की मांग का समर्थन करने पहुंचे छजकां के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर खैरागढ़ के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया और कहा कि राजनांदगांव, कवर्धा, बालोद, बेमेतरा और अब मानपुर जिला बन सकता है तो दशकों पुरानी मांग के साथ दुर्ग संभाग की सबसे बड़ा अनुविभाग खैरागढ़ जिला क्यों नहीं बन सका. उन्होंने एक वाकये का जिक्र करते हुये बताया कि जिस समय मरवाही को छोडक़र मुंगेली को जिला बनाया गया तो उनके पिता स्वर्गीय जोगी व माता रेणु जोगी तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह से मिलने गये थे और कहा था कि बिलासपुर से 50 किमी दूर मुंगेली जब जिला बन सकता है तो बिलासपुर से पृथक होकर 150 किमी दूर मरवाही जिला क्यों नहीं बन सकता, राजनीति में दुर्भावनाओं का जिक्र करते हुये अमित ने कहा कि रमन सिंह ने मरवाही की उपेक्षा केवल इसलिये की क्योंकि वहां के निवासी जोगी परिवार से विशेष लगाव रखते हैं. उन्होंने आगे कहा कि खैरागढ़ से छोटे इलाके जब जिला के रूप में विकसित हो गये हैं तो 100 किमी बाय 100 किमी बराबर 10 हजार वर्ग किमी से भी अधिक इलाके वाला खैरागढ़ क्यों जिला नहीं बन सकता जबकि यहां विकास की अपार संभावनाएं है.
जोगी के साथ कांग्रेसियों ने भी किया मंच साझा
खैरागढ़ को जिला बनाने की मांग को लेकर अमित जोगी की सभा में क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेसियों ने भी मंच साझा किया और खैरागढ़ को जिला बनाने पार्टी लाईन से परे दहाड़ लगाई. वरिष्ठ कांग्रेस नेता व राजगामी संपदा समिति के सदस्य पं.मिहिर झा ने कहा कि खैरागढ़ को जिला बनाने हम सबको मिलकर तेलंगाना जैसा संघर्ष खड़ा करना होगा, बिना संघर्ष के खैरागढ़ जिला नहीं बन पायेगा. जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री व अधिवक्ता सुनीलकांत पांडेय ने कहा कि प्रारंभ से ही खैरागढ़ की उपेक्षा होती रही है, खैरागढ़ को छोडक़र दुर्ग जिले से जुड़ी सभी तहसीले व अनुविभाग जिला बन गया है इसलिये खैरागढ़ अब दुर्भाग्य नगरी कही जाने लगी है. सभा को अधिवक्ता सुरेश भट्ट ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता ज्ञानदास बंजारे व आभार नरेन्द्र सोनी ने किया. कार्यक्रम के प्रारंभ में श्री जोगी ने जिला निर्माण के लिये संघर्ष करने वाले दिवंगतजनों महेश ठाकुर, किशोर सिंह, अनिला सिंह, अनुप टहनगुरिया, सत्यभामा सिंह, अजय ओसवाल के तैलचित्रों पर श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके योगदान को याद किया.
मानसून सत्र में व्हीप जारी कर लाएंगे संकल्प प्रस्ताव— जोगी
अपने मंचीय उदबोधन में अमित जोगी ने कहा कि बतौर जोगी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष वे खैरागढ़ को जिला बनाने आगामी विधानसभा सत्र में पार्टी की ओर से अपने सभी विधायकों के लिये तीन लाईन की एक व्हिप जारी करेंगे जिसमें खैरागढ़ को जिला बनाने संकल्प प्रस्ताव पारित किया जायेगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास के लिये दल का नहीं दिल का रिश्ता होना चाहिये, हम किसी भी दल के हों लेकिन उपेक्षित क्षेत्रों के विकास के लिये सभी को मिलकर संकल्प लेना होगा. जिला अध्यक्ष विष्णु लोधी ने सभा को संबोधित करते हुये कहा कि अविभाजित दुर्ग जिले से विभाजित तहसील में से बालोद, बेमेतरा, राजनांदगांव व कवर्धा जिला बन चुका है लेकिन खैरागढ़ तहसील सबसे बड़ा व समृद्धशाली होने के बाद भी आज तक जिला नहीं बन पाया है जो दुर्भाग्य की बात है. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे खैरागढ़ को जिला बनाने का पूर्ण समर्थन करता है एवं मुख्यमंत्री से मांग करते है कि वे जल्द से जल्द खैरागढ़ को जिला बनाने की घोषणा करें. इस दौरान कोर कमेटी के सदस्य नवीन अग्रवाल, संभागीय व जिला प्रवक्ता पीयूष दुबे, राजनांदगांव शहर अध्यक्ष शमशुल आलम, कोषाध्यक्ष डॉ.भगवती वर्मा, जिला महामंत्री कुलेश्वर वर्मा, जिला उपाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह सेंगर, डोंगरगढ़ विधानसभा प्रभारी डोमन देशलहरा, जिला उपाध्यक्ष ईश्वरी वर्मा, जिला सचिव मनोज जैन, ब्लॉक अध्यक्ष मंशाराम सिमकर, संदीप सिरमौर, खैरागढ़ शहर उपाध्यक्ष चंद्रेश बघेल, महामंत्री चंद्रभूषण यदु, ग्रामीण उपाध्यक्ष तोरन केलकर, नवीन अग्रवाल, मनोज बैद, अधिवक्तागण संदीप वैष्णव, कौशल कोसरे, लक्ष्मण डहरे, चंद्रेश सिंह बघेल, चैनसिंग सारथी, विसराम वर्मा, पवन शिवहरे, शुभम चकोले, मंगल सारथी, अमर गोश्वामी, मुकेश गोस्वामी, कली बंजारे, सुखचरण चंदेल, संजय, मुकेश सिन्हा व टीन्कू देवांगन सहित बड़ी संख्या में जनता कांग्रेस के कार्यकर्ता मौजूद थे.