सीजी क्रांति/खैरागढ़। रिकाऊंटिंग से हार के बाद मतगणना स्थल पर हंगामा करने वाले भाजपा नेता विक्रांत सिंह सहित अन्य दर्जनभर के खिलाफ गैर जमानती धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज किया गया है। जिसमें वार्ड नंबर 04 और 05 के भाजपा प्रत्याशी का नाम भी शामिल है। उन्होंने मतगणना स्थल पर हंगामा किया था। प्रशासन की शिकायत के बाद भाजपाइयों के खिलाफ मामला पंजीबद्ध किया गया है। बहरहाल मामले को लेकर पुलिस कुछ भी कहने से बच रही है। पूरे मामले की खैरागढ़ पुलिस ने पुष्टी की है। पुलिस ने भाजपा नेताओं के खिलाफ बलवा, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाना, सरकार काम में बाधा डालना, सरकारी काम करने से अधिकारी को रोकने सहित अन्य धाराएं लगाई गई है।
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इनके नाम भी शामिल
एफआइआर में प्रफुल्ल ताम्रकार, कैलाश नागरे, अंकित अग्रवाल, अभिषेक सिंह, किशोर सिंह, सोहन साहू सहित अन्य का नाम शामिल है। बताया जा रहा है वीडियो फुटेज देखने के बाद कुछ नाम एफआईआर में जोड़े जा सकते है।
किस धारा के कितनी सजा का है प्रावधान?
धारा 186- (सरकारी काम में बाधा पहुंचाना) तीन महीने की कैद व 500 रुपये जुर्माना।
धारा 353- (सरकारी अधिकारी को काम करने से रोकना) दो साल कैद व जुर्माना।
धारा 147- (बलवा करना) दो साल की कैद व जुर्माना।
धारा 294- सार्वजनिक जगहों पर अश्लील शब्दों का उपयोग करना।
धारा 506- धमकाना।
धारा 427- सरकारी संपत्ति को नुकसान।
ये है पूरा मामला
शहर के वार्ड नंबर 04 राजफेमली में कांग्रेस-भाजपा के बीच मुकाबला टाई हो गया था। दोनों प्रत्याशियों को 387-387 वोट मिले थे। दो बार रीकाउंटिंग कराने के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकल सका। इसके बाद एक बार फिर से तीसरी दफा काउंटिंग कराई गई। जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी को एक वोट से जीत मिल गई। इधर टाई वाले वार्ड के रिकाऊंटिंग का परिणाम कांग्रेस के पक्ष में जाते ही भाजपा नेता सक्रिय हो गए। वही जिपं उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह और जिपं सभापति घम्मन साहू की अगुवाई में भाजपा नेता व कार्यकर्ता रैली के रूप में मतगणना स्थल पहुंचे। इस दौरान प्रशासनिक सुरक्षा में सेंध कर परिसर में घूस गए। वही मतगणना कक्षा की ओर बढ़ने लगे। लेकिन सुरक्षा में तैनात जवानों ने भाजपाइयों को रोक लिया। तकरीबन दो घंटे तक भाजपा के लोगों ने पॉलीटेक्निक कॉलेज स्थित मतगणना परिसर में जमकर प्रदर्शन किया। वही सत्ता सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
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नारेबाजी की, कुर्सियां तोड़ी
रीकाऊंटिंग में परिणाम पलटने के बाद आक्रोशित हुए भाजपाईयों ने जमकर हंगामा किया। उन्होंने परिसर में रखी कुर्सियों में तोडफ़ोड़ की। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने जमकर उत्पात मचाया है। साथ ही सुरक्षाकर्मियों से झूमाझटकी भी की। उन्होंने वैद्य वोट को कांग्रेस के पक्ष में पलटने को लेकर विरोध कर रहे थे।
निर्वाचन अधिकारी पर धोखाधड़ी का आरोप
भाजपा नेता टाई मुकाबला रीकाउंटिंग में हारने के बाद बौखला गए। उन्होंने हार का सारा ठीकरा निर्वाचन अधिकारी पर ही फोड़ दिया है। मौके पर पहुंचे जिपं उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह निर्वाचन अधिकारी की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए। वही मतगणना में धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। विक्रांत सिंह ने कहा कि निर्वाचन अधिकारी सत्ता सरकार के इशारे पर काम कर रहे है। निर्वाचन अधिकारी चुनाव के दौरान कांग्रेस के एक मंत्री के संपर्क में बने हुए थे। वही अभी सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं। यही वजह है कि मीडिया और भाजपा के लोगों को मौके पर रहने नहीं दिया गया।