सीजी क्रांति/खैरागढ़। विधानसभा उप चुनाव में भूपेश कका के सामने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज मामा तक फ्लाप हो गए। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री चाउर वाले बाबा डॉ.रमन सिंह भी बेहाल हो गए। भूपेश बघेल ने अपनी टीम के साथ ऐसी रणनीति बनाई कि खैरागढ़ सीट में जबर्दस्त जीत दर्ज की।
‘कका’ के जिला बनाने के राजनीतिक शस्त्र के आगे भाजपा के सारे अस्त्र विफल हो गए। खैरागढ़ की जनता ने ‘जिला’ जीत लिया और भाजपा की उम्मीदों का ‘किला’ ढहा दिया। जहां—जहां शिवराज सिंह व रमन सिंह ने सभाएं ली, वहां भाजपा को लाभ नहीं मिला। वहीं केंद्रीय नेता भी निष्प्रभावी हो गए।
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खैरागढ़ को मिशन-2023 का सेमीफाइनल कहा जा रहा था। ‘बुलडोजर मामा’ से लेकर ‘चाउंर वाले बाबा’ तक की सियासी बिसात बिछी, लेकिन ‘कका’ के जिला बनाने के राजनीतिक शस्त्र के आगे भाजपा के सारे अस्त्र बेकार हो गए। जनता के जनादेश ने पार्टी के दिग्गज नेताओं के दावों का दिवाला निकाल दिया है।
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5 राज्यों में हुए चुनाव और ऐतिहासिक जीत से भाजपा उत्साहित थी। छत्तीसगढ़ में खैरागढ़ को मिशन-2023 का सेमीफाइनल कहा जा रहा था। अब जो हालात बने हैं उससे यही प्रतीत हो रहा है कि सीएम भूपेश बघेल 2023 में कांग्रेस की सरकार बनाने की तैयारी शुरू कर चुके हैं। वे जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए उन्हें मुंहमांगा सौगात देने से पीछे नहीं हट रहे हैं। सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के जरिए वे सीधे जनता के बीच पहुंच रहे हैं।
सरकार बनने के डेढ़ साल बाद पूरी सरकार कोरोना महामारी में फंसी हुई थी। अब कोरोना का प्रभाव खत्म होने के बाद सरकार एक्शन मोड में आ चुकी है। पंच से लेकर विधायक तक की सुविधाएं बढ़ा दी गई है। विकास योजनाओं का खाका खींचकर उसे मूर्तरूप देने में जुट गए हैं। जल्द ही वे प्रदेश के सभी 90 विधानसभा सीटों का दौरा करने का कार्यक्रम तैयार कर चुके हैं।