सीजी क्रांति/खैरागढ़। दिवंगत राजा देवव्रत सिंह के उदयपुर स्थित पैलेस में जड़े गए सरकारी ताला खुलने का सभी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। क्योंकि देवव्रत सिंह के देहांत के बाद से महल में ताला लगा हुआ है। ऐसा माना जा रहा है कि पैलेस का दरवाजा खुलने के बाद कई सारे राज से पर्दा उठेगा।
इधर गुरुवार को उदयपुर महल का ताला खुलने की खबर के बाद राजा आर्यव्रत सिंह और राजकुमारी शताक्षी सिंह के समर्थन में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। समर्थक देवव्रत सिंह के नाम के नारे लगा रहे हैं। यहां सुबह से ही समर्थकों की भीड़ जुटने लग गई थी। वही दोपहर तक सैकड़ों की संख्या में समर्थक महल पहुंच गए।
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देवव्रत की बहनें भी मौके पर
राजपरिवार सहित प्रशासन की उपस्थति महल का ताला खुलने जा रहा है। इस दौरान देवव्रत सिंह की बहन उज्ज्वला सिंह, आकांक्षा सिंह मुख्य रूप से उपस्थित है। इनके अलावा देवव्रत सिंह की पूर्व पत्नी पदमा देवी सिंह भी मौके पर मौजूद है।
विभा का हो रहा इंतजार
देवव्रत सिंह की दूसरी पत्नी विभा सिंह उदयपुर नहीं पहुंची है। उनका इंतजार हो रहा है। इससे पहले 29 दिसंबर को विभा ने ताला खोलने के सरकारी नोटिस के जवाब में उपस्थित नहीं होने की जानकारी दी थी। उन्होंने अपनी सगी बेटी की तबीयत ठीक नहीं होने का हवाला देते हुए ताला खुलने की तिथि 30 दिसंबर को मौके पर उपस्थित नहीं होने की सूचना दी है। साथ ही कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा के नाम पत्र लिखकर उदयपुर का ताला नहीं खोलने की मांग रखी है। बताया जा रहा है कि रात में ही विभा सिंह से बात कर उन्हें बुलाया गया है।