सीजी क्रांति/खैरागढ़। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के संस्थापक हीरासिंग मरकाम की प्रतिमा खंडित करने को लेकर आदिवासी समाज में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। समाज के लोग उक्त कृत्य से आहत हुए है। उन्होंने थाने में शिकायत देकर संबंधित आरोपियों के खिलाफ कड़ी करने की मांग की है।
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मामला कोरबा के पोंटी उपरोहा ब्लॉक के ग्राम गुरसिया का है। जहां पेशदादासंग मरकाम का आदिवासी समाज ने सम्मान पूर्वक रूटि प्रथा के तहत प्रतिमा स्थापित किया था। जिसे 17 फरवरी की दरम्यानी रात असामाजिक तत्वों द्वारा खंडित कर दिया था। समाज का आरोप है कि असामाजिक तत्वों ने प्रायोजित और दुर्भावनापूर्वक तरीके से प्रतिमा को खंडित किया है।
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बड़ी संख्या में थाने पहुंचे
प्रतिमा खंडित होने की घटना से आदिवासी समाज भारी आक्रोशित है। समाज के लोगों ने एकजुट होकर घटना का विरोध किया। वही बड़ी संख्या में खैरागढ़ थाने पहुंचकर आरोपियों के कार्रवाई करने की मांग की। उक्त घटना को लेकर आने वाले दिन में आंदोलन करने की जानकारी दी।
28 को बड़ा आंदोलन
घटना के विरोध में आदिवासी समाज बड़ा आंदोलन करने जा रहा है। बताया जा रहा है कि यह आंदोलन प्रदेशभर में ब्लॉक मुख्यालय स्तर पर होने वाला है। जिसमें बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग एकजुट होंगे। वही प्रतिमा खंडित करने की घटना पर रोष व्यक्त करेंगे।
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समाज ने कहा- हीरा सिंग आदिवासियों के सच्चे हितैषी
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के संस्थापक हीरा सिंग मरकाम आदिवासी समाज का बड़ा चेहरा है। समाज के लोग उन्हें आदिवासियों के सच्चे हितैशी मानते है। उनका कहना है कि मूलनिवासियों की आर्थिक चिंतन व राजनितिक क्षेत्रों में संवैधानिक और नैतिक अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष करते आ रहे हैं।
हीरासिंग मरकाम छत्तीसगढ़ ही नहीं अपितु देश के कोने-कोने में जल, जंगल, जमीन की लड़ाई सदन से लेकर सडक़ तक लड़ रहे है। उसी के सम्मान के लिए समाज द्वारा प्रतिमा स्थापित किया गया है।