सीजी क्रांति/खैरागढ़। नगर सहित ग्रामीण अंचल में हलषष्ठी (कमरछठ) का पर्व परंपरानुसार पूरे विधि-विधान से मनाया गया। इस अवसर पर माताओं ने अपने संतान की सुख, समृद्धि, उत्तम स्वास्थ्य व दीर्घायु की कामना करते हुए व्रत रखा। इससे पहले व्रत के लिए दोना पत्तल, पसहर चावल, लाई सहित छह प्रकार की भाजियों, भैंस का दूध, दही की बाजार में डिमांड रही।
हलषष्ठी में उपवास रखने वाली महिलाओंं ने पूजा के बाद बच्चों को पोता देकर पसहर चावल ग्रहण किया। हलषष्ठी पर्व पर शनिवार को घर-आंगन के साथ सार्वजनिक जगहों पर जमीन खोदकर सगरी का निर्माण किया गया। सगरी में पानी भरकर फूल पत्तियों सहित पलाश, बेलपत्ती, कुश आदि से सजाया गया था। सगरी में भगवान शिव-पार्वती, गणेश की स्थापना कर विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर हलषष्ठी व्रत कथा का वाचन किया गया।