सीजी क्रांति/खैरागढ़। को-वैक्सीन का टीका लगने के चंद घंटे बाद बेंद्रीडीह निवासी 17 वर्षीय छात्र लवकुमार पिता तोरण दास साहू की तबीयत बिगड़ गई। खाना खाने के बाद बालक को उल्टी शुरू हो गई। परिजनों ने आनन-फानन में उपचार के लिए पांडादाह प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया। जहां गंभीर हालात को ध्यान में रखते हुए डॉक्टरों ने खैरागढ़ सिविल अस्पताल रेफर कर दिया। लेकिन यहां भी बच्चें की स्वास्थ्य में सुधार नहीं होता देख, डॉक्टरों ने राजनांदगांव रेफर कर दिया था। लेकिन खैरागढ़ का बॉर्डर पार करने से पहले बालक ने दम तोड़ दिया।
टीका लगने के बाद से चक्कर
इधर परिजनों ने टीका लगने के बाद बच्चे की मौत होने का आरोप लगा रहे हैं। छात्र के पिता तोरण दास साहू के अनुसार 3 जनवरी को टीका लगने के बाद से लव कुमार को चक्कर आ रहा था। स्कूल पहुंचकर ओआरएस घोल और दवाई भी लाए थे। लेकिन कोई काम नहीं आया है। 4 जनवरी को दिनभर तबीयत बिगड़ी रही और रात 11 बजे में ही पांडादाह स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे। लेकिन डॉक्टरों ने रेफर कर दिया।
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नाजुक हालत को देखकर रेफर किया- बीएमओ
खैरागढ़ सिविल अस्पताल के बीएमओ डॉ विवेक बिसेन का कहना है कि 3 जनवरी को टीका लगा था। उसके बाद से बच्चें को चक्कर की शिकायतें आ रही थी। वही रात में खाना खाने के बाद उल्टी भी किया। 4 को भी बिगड़ी तबीयत में दिनभर घर पर रहे। 4 जनवरी की रात तबीयत बिगड़ने के बाद पांडादाह पहुंचे। जहां से खैरागढ़ लाया गया। यहां करीब 1:10 बजे पहुंचे। लेकिन बच्चे की नाजुक हालत को ध्यान में रखते हुए उसी वाहन में राजनांदगांव रेफर कर दिया था। लेकिन इतवारी के पास बच्चे की मौत हो गई।
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पांडादाह स्कूल मे 11 कक्षा मे पढऩे वाले 17 साल के बच्चे लवकुमार पिता तोरणदास साहू को सोमवार 3 जनवरी को स्कूल मे टीका लगा, कुछ देर बाद सिर दर्द और चक्कर आने की शिकायत पर घर लौट गया, तबियत मे कोई सुधार नही हुआ, मंगल बुध दरमियानी रात तबियत ज्यादा खराब हुई परिजन अस्पताल लेकर पहुॅचे तब तक रास्ते मे ही उसकी मौत हो गई, मामले को लेकर परिजनो ने कोरोना टीकाकरण के बाद मौत का आरोप लगाया जिसे लेकर जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ बीएल तुलावी की मौजूदगी मे बीएमओ विवेक बिसेन, पीएस परिहार और पंकज वैष्णव की संयुक्त टीम ने पीएम किया और बताया कि बच्चे की बेहोशी की हालत मे पानी पिलाने के प्रयास मे पानी फेफड़ो मे चला गया वही उल्टी के दौरान भोजन का कण भी वहा पहुॅच गया जिसके कारण शरीर के अंदरूनी हिस्सो मे झाग बन गया था जो बच्चे की मौत का कारण बना, परिजनो के वैक्सीनेशन के बाद मौत के आरोप को सिरे से खारिज करते हुए अन्य वजह से मृत्यु बताया।