सीजी क्रांति/खैरागढ़। सत्ता का सुख सब कुछ करवा सकती है। वही राजनीति में उम्र का बंधन भी नहीं है। इसकी एक बानगी नगर निकाय चुनाव में देखने को मिल रही है। जहां 22 से लेकर 69 साल बुजुर्ग पार्षदी के लिए दावेदारी पेश कर रहे हैं। सबसे ज्यादा बुजुर्ग प्रत्याशी कांग्रेस पार्टी ने ही उतारा है। वही भाजपा के पास सबसे युवा उम्मीदद्वार है। जबकि निर्दलीय या अन्य पार्टियों से दावेदारी करने वाले 16 लोगों में से 11 की उम्र 50 पार हो गई है।
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कांग्रेस के पास 23, तो भाजपा के पास 22 वर्षीय चेहरा
निकाय चुनाव में कांग्रेस-भाजपा के दो ऐसे प्रत्याशी है, जो तय उम्र की सीमा पार करते ही प्रत्याशी बन गए है। वार्ड नंबर दो पिपरिया से भाजपा की टिकट से चुनावी मैदान में उतरे हर्षवर्धन वर्मा की उम्र महज 22 साल ही है, वही पिपरिया के ही वार्ड नंबर एक से कांग्रेस प्रत्याशी टिकेश्वरी पटेल भी 23 साल की ही है। यानि युवा चेहरे दोनों ही पार्टियों के पास है।
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कांग्रेस के खाते में टॉप-2 बुजुर्ग प्रत्याशी
सबसे बुजुर्ग प्रत्याशियों की बात करें, तो कांग्रेस के खाते में 02 जा रहा है। वार्ड नंबर 18 से कांग्रेस की टिकट से चुनावी मैदान में उतरने वाले अनुभवी अब्दुल रज्जाक खाने की उम्र 69 साल है। जबकि वार्ड नंबर 14 सोनेसरार से भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ ताल ठोंक रही जंत्री भोंडेकर भी 69 साल की हो चुकी है। लेकिन एल्डरमैन की पत्नी होने का फायदा मिला। वही चुनावी मैदान में उतर आयीं।
दोनों पार्टी के प्रत्याशियों की उम्र
आंकड़ों पर गौर करे, तो कांग्रेस के अलग-अलग वार्ड में उतारे गए प्रत्याशियों में 10 की उम्र 40 पार हो चुकी है। वही दो प्रत्याशी 69 साल के भी शामिल है। जबकि 09 प्रत्याशी की उम्र 31 से लेकर 40 साल के बीच है। कांग्रेस के पास टिकेश्वरी ही है, जिसकी उम्र 23 साल की है। भाजपा के 05 प्रत्याशी ऐसे है, जिसकी उम्र 30 साल से कम है। वही 08 की उम्र 40 से नीचे है। जबकि 07 प्रत्याशी ही है, जिसकी उम्र 40 से पार है।