सीजी क्रांति/खैरागढ़। बस्तर में हो रहे धर्मांतरण और आदिवासियों के खिलाफ अन्याय को लेकर खैरागढ़ में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन गुटबाजी और राजनीतिक नौटंकी की भेंट चढ़ गई। लक्ष्य हजारों की भीड़ जुटाने का था लेकिन पहुंचने वालों की संख्या सैकड़ों में ही सिमटकर रह गई। इनमें भी अधिकांश भाजपा से जुड़े लोग थे। संख्या बल को लेकर कई वक्ताओं ने निराश भी व्यक्त की, हालांकि उन्होंने मौजूद भीड़ को ही काफी बताकर उत्साह बनाए रखा।
समाज प्रमुखों को मंचस्थ अतिथि बनाया गया। उद्बोधन की बात आई तो वक्ताओं के वक्तव्य में भी दोहरापन साफ नजर आया। बात हो रही थी जातिवाद की भावना से उबर कर हिंदु धर्म की भावना को प्रबल करने की। लेकिन अधिकांश ने अपनी जातीयता की भावना का उल्लेख कर ही दिया। धरना में जिला भाजपा अध्यक्ष घम्मन साहू को उद्बबोधन के लिए बुलाया ही नहीं गया। नवनीत जैन और खम्मन ताम्रकार जैसे प्रखर वक्ताओं को भी नजरअंदाज कर दिया गया। जो लोगों के बीच चर्चा का विषय रहा। इसके पीछे तर्क यह दिया गया कि समाज प्रमुख को आमंत्रित किया गया था, लेकिन सिन्हा समाज से दो लोगों को उद्बोधन के लिए आमंत्रित किया गया।
धरना प्रदर्शन में हिंदुत्व के लिए वास्तव में जमीन पर उतर कर काम करने वाले दर्शक दीर्घा में थे और कुछ सेवा कार्य में जुटे रहे। लिहाजा धरना प्रदर्शन में हिंदुत्व की बात करने वाले अधिकांश राजनीतिक शैली में ही भाषण देकर कार्यक्रम को नीरस बना दिया। कार्यक्रम अपने निर्धारित समय से करीब दो घंटे विलंब से शुरू हुआ और ढाई घंटे में समाप्त हो गया।
पूर्व विधायक कोमल जंघेल ने धर्मांतरण के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए गैर राजनीतिक मंच में राजनीति रंग दे गए। उन्होंने हिंदुत्व के लिए खुद सड़क पर उतर कर आंदोलन करने की भी जानकारी दी। विक्रांत सिंह ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अब क्षेत्र में धर्मांतरण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हिंदुओं को भेदभाव भूलकर एकजुट होना होगा। छुईखदान के पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष गिरीराज किशोर ने कहा कि छुईखदान व आसपास के जंगलों में धर्मांतरण का बड़ा खेल चल रहा है। धर्मांतरण को रोकने वे अपने स्तर पर प्रयास भी कर रहे हैं। नरेंद्र सोनी ने कहा कि धर्मांतरण के पीछे मूल वजह ईसाई समाज द्वारा किए जा रहे शिक्षा, सेवा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में हो रहे कार्य हैं। हिंदु संगठनों को भी गरीब और विचारशून्य लोगों को मजबूत विकल्प देना होगा। विश्व हिंदू परिषद के जिला उपाध्यक्ष भागवत शरण सिंह ने कहा कि हिंदुत्व की रक्षा और धर्मांतरण रोकने के लिए धर्म व सेवा कार्य की आवश्यकता है। धर्म यात्रा निकालकर वे हिंदुत्व जागरण का काम कर रहे हैं।
पूर्व जनपद अध्यक्ष टिलेश्वर साहू ने कहा कि अपने—अपने स्तर पर आसपास की गतिविधियों पर नजर रखने और लोगों को हिंदुत्व से जोड़े रखने के लिए कार्य करने की आवश्यकता है। पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने हिंदुओं को तलवार रखने की नसीहत तक दे दी। उन्होंने खुले तौर पर मंच से लोगों को तलवार उपलब्ध कराने वाले का मोबाइल नंबर तक दे दिया।
पंड़ित सुदर्शन तिवारी ने कहा कि उंच—नीच भेदभाव को खत्म करने की जरूरत है। इसके लिए अलावा बीशेसर साहू, शीतल जैन समेत अन्य कई समाज प्रमुखों व प्रबुद्धजनों ने भी संबोधित किया। धरना प्रदर्शन में आरएसएस समेत विभिन्न हिंदु संगठन के लोग मौजूद थे।