सीजी क्रांति/खैरागढ़। पिपरिया स्थित कबीर आश्रम में कबीर पारख सेवा संस्थान के तत्वावधान में तीन दिवसीय विशाल सत्संग समारोह चल रहा है। यहां शिक्षा नगरी कोटा से पधारे सदगुुरु प्रभाकर साहेब ने कहा कि संत वह है, जो मत पंथ की संकीर्ण भावना से ऊपर उठकर मानव मात्र के कल्याण की कामना व चिंतन करते हैं तथा मानवीय एकता की बात करते हैं।
स्वार्थ से ऊपर उठकर परमार्थ का जीवन जीने वाला ही परमात्मा को पा सकता है। उन्होंने कहा कि जीवन में प्रतिकूलता आना बड़ी बात नहीं है। लेकिन साधना की शक्ति से विपरीत परिस्थितियों पर भी काबू पाया जा सकता है। भगवान राम-कृष्ण के जीवन को देखे तो कठिन समय में जीवन को सुख से जीने की प्रेरणा मिलती है।
प्रभाकर साहेब ने कहा कि आज जहां एक तरफ भौतिक विकास का अंबार लगा है, तो दूसरी ओर आध्यात्मिक और धार्मिक पतन भी चरम पर है, जो तरक्की धर्म पर आधारित नहीं हो, वह न तो स्थाई हो सकती है और न ही मानव जाति की भलाई कर सकती है।
परसा टोला आश्रम के संत अगम साहेब ने कहा कि वर्तमान काल को सुधार लेने से व्यक्ति के भूत भविष्य अपने आप सुधर जाते हैं, पवित्र कर्म ही दुखों से मुक्ति दिलाते हैं। कार्यक्रम में संत भूषण साहेब, विजय साहेब, कुमार साहेब ने भी अपने विचार रखे।
इससे पहले संत गुरुबोध साहेब ने मन को बनालो निर्मल, सत्संग का लेकर जल और सुबोध साहेब ने क्या लेके आया बन्दे, क्या लेके जायेगा तथा रामलाल दास ने तेरी शरण में आकर में धन्य हो गया सरीखे भजनों की संगीतमय प्रस्तुतियों से श्रताओं को भाव विभोर कर दिया। कार्यक्रम संयोजक तिलक राम वर्मा ने बताया कि बुधवार को सुबह 11 से 1 बजे तक सत्संग भजन व गुरु पूजन का कार्यक्रम चलेगा।