सीजी क्रांति न्यूज/रायपुर। भाजपा सांसद संतोष पांडेय ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के युवाओं से भेंट मुलाकात कार्यक्रम को सेट मुलाकात करार देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जिन जगहों पर युवाओं से भेंट मुलाकात का ढोंग करने जा रहे हैं, वहां पहले से ही फरमान पहुंच जाता है कि क्या बोलना है, क्या पूछना है, क्या बताना है। अगर कोई बेटा या बेटी प्रायोजित सवाल से हटकर कोई वास्तविक सवाल पूछ लें तो उनसे माइक छीन लिया जाता है।
छत्तीसगढ़ के युवाओं को जो सब्जबाग दिखाए गए थे, उन्हें पूरा करने की बात युवा करते हैं तो उनका अपमान किया जाता है। मुख्यमंत्री की भाषा और हाव भाव बता रहे हैं कि वे युवाओं के सवालों से कितने खीझ रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने युवाओं के साथ विश्वासघात किया है। अब चुनाव के पहले फिर युवाओं को राजनीति का मोहरा बना रहे हैं। युवाओं की बेहतरी के लिए काम करने की जगह भूपेश बघेल उन्हें कांग्रेस का कार्यकर्ता बनाने के अभियान पर निकले हैं। यह राजनीतिक छल की चरम सीमा है।
सांसद संतोष पांडेय ने कहा भूपेश बघेल कहते हैं कि भिलाई में 15 करोड़ की लागत से स्टार्टअप यूनिट के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंट बनाएंगे। दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी शासन काल में 15 करोड़ की लागत से सिटी सेंटर मॉल में स्टार्टअप के लिए बने इनक्यूबेसन सेंटर को बेचने के लिए निविदा निकाल दी थी। जिसे भारी विरोध के चलते ठंडे बस्ते में डालना पड़ा ।
रहब मेमन और शेरू असलम को बचाकर आपराधिक मानसिकता को बढ़ावा देने का काम
सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री को अगर युवाओं की इतनी ही चिंता है तो आपराधिक मामले जैसे वसूली, रेप और अवैध कब्जा करने वाले अपने कांग्रेस के युवा नेताओं के साथ भी युवा संवाद कर उन्हें सही दिशा दिखाएं। आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने वाले कांग्रेसी युवा नेताओं जैसे मोहम्मद रहब मेमन और शेरू असलम का बचाव कर भूपेश सरकार ने युवाओं के बीच में अपराध एवं आपराधिक मानसिकता को बढ़ावा दिया है।
भूपेश बघेल ने अपना घोषणापत्र स्वयं ही नहीं पढ़ा है
सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि कितने आश्चर्य की बात है कि रायपुर भेंट मुलाकात में एक छात्र के कहने पर भूपेश बघेल ने स्कूल और कॉलेज जाने वाले युवा छात्र-छात्राओं के लिए मुफ्त सार्वजनिक परिवहन सुविधा अपने घोषणा पत्र में शामिल करने का वादा किया। जबकि वास्तविकता यह है कि कांग्रेस के 2018 के जन घोषणा पत्र के पेज 17 के पॉइंट 13 में यह घोषणा पहले से ही शामिल है। इससे साफ पता लगता है कि भूपेश बघेल ने अपना घोषणापत्र स्वयं ही नहीं पढ़ा है।
युवाओं को लैपटॉप देने की योजना कांग्रेस सरकार में हो गया बंद
सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी शासन के समय सामान्य वर्ग के स्नातक अंतिम वर्ष छात्रों को टेबलेट और प्रोफेशनल कॉलेजों के अंतिम सेमेस्टर के छात्रों को लैपटॉप प्रदान किया जाता था जो इस सरकार के समय बंद है। प्रतिवर्ष लगभग डेढ़ लाख से ऊपर लोगों को प्रधानमंत्री कौशल विकास मुख्यमंत्री कौशल विकास और दीनदयाल उपाध्याय कौशल विकास केंद्र के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाता था जो इस सरकार में लगभग बंद है। छत्तीसगढ़ में स्कूल शिक्षा का हाल यह है कि स्कूल परफॉर्म ग्रेडिंग इंडेक्स में छत्तीसगढ़ चौथे नंबर पर है। ओबीसी एसटी एससी छात्रों का स्कॉलरशिप रुका पड़ा है। कुल मिलाकर भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के भविष्य को ठगा है।
बेरोजगारी भत्ता के नाम पर युवाओ से छल
सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि 2018 का विधानसभा चुनाव जीतने से पहले कांग्रेस ने 10 लाख बेरोजगार युवाओं को 2,500 रुपये बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था। 5 वर्ष में जहां युवाओं को 15000 करोड़ रुपए देना था ,चुनाव जीतने के बाद इस पर शर्तें लगाकर अंतिम बजट में इसके लिए केवल 250 करोड़ का आवंटन कर युवाओं के साथ कांग्रेस ने छल किया है। प्रदेश में 18 लाख 78 हजार बेरोजगार पंजीयन के बावजूद केवल 0.1 प्रतिशत बेरोजगारी दर का दावा कर के कांग्रेस ने युवाओं को गुमराह किया है और उनका अपमान किया है।
पीएससी घोटाले में भी वंशवाद और भ्रष्टाचार कर योग्य उम्मीदवारों के साथ खिलवाड़
सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि चपरासी के 93 पदों के लिए ढाई लाख लोगों ने फार्म भरा जो कांग्रेस के दावे की पोल खोलता है। पीएससी घोटाले में भी वंशवाद और भ्रष्टाचार कर योग्य उम्मीदवारों के साथ खिलवाड़ कर कांग्रेस ने प्रशासनिक सेवा में रुचि रखने वाले युवाओं को हतोत्साहित किया। अपने लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए कांग्रेस ने प्रदेश के युवाओं के सपनों से खिलवाड़ किया है। इसी तरह छत्तीसगढ़ शिक्षक भर्ती परीक्षा 2023 में सहायक शिक्षक पद हेतु परीक्षा में 1,46,176 अभ्यर्थी शामिल हुए अंतिम परिणाम में जारी सूची में अभ्यर्थियों की संख्या 1,46,275 हो गयी। अतिरिक्त 99 अभ्यर्थी की संख्या बढ़ना यह संदेह की स्थिति और भर्ती में भ्रष्टाचार का सूचक है।
भूपेश बघेल ने अपना घोषणापत्र स्वयं ही नहीं पढ़ा है
सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि रायपुर भेंट मुलाकात में एक छात्र के कहने पर भूपेश बघेल ने स्कूल और कॉलेज जाने वाले युवा छात्र-छात्राओं के लिए मुफ्त सार्वजनिक परिवहन सुविधा अपने घोषणा पत्र में शामिल करने का वादा किया। जबकि वास्तविकता यह है कि कांग्रेस के 2018 के जन घोषणा पत्र के पेज 17 के पॉइंट 13 में यह घोषणा पहले से ही शामिल है। इससे साफ पता लगता है कि भूपेश बघेल ने अपना घोषणापत्र स्वयं ही नहीं पढ़ा है।
अनुसूचित जनजाति के युवाओं को सड़कों पर नग्न प्रदर्शन करने सरकार ने मजबूर किया
सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के युवाओं को सड़कों पर नग्न प्रदर्शन करने पर इस सरकार ने मजबूर किया है। इस सरकार के भ्रष्टाचार के कारण छत्तीसगढ़ पूरे देश में शर्मशार हुआ है। राज्य सरकार की नौकरियों को बाहरी ठेके पर देने से रोकने का वादा किया था। कांग्रेस सरकार के मंत्री उमेश पटेल ने सदन में ये माना कि इस सरकार ने आउटसोर्सिंग बंद नहीं की है। कांग्रेस ने इस वादे में भी युवाओं को छला है।
छत्तीसगढ़ में एक भी विश्व स्तरीय विश्वविद्यालय न खोल सकी कांग्रेस
सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में एक भी राजकीय विश्वविद्यालय न खोल कर कांग्रेस ने युवाओं के लिए हो रहे शिक्षण संस्थानों के विकास की गति को धीमा किया है। भाजपा शासन में एनआईटी आईआईटी ट्रिपल आईटी ऐम्स हिदायतुल्ला जैसे सारे विश्वस्तरीय संस्थान छत्तीसगढ़ में खुले। भाजपा के कार्यकाल में आईटीआई संस्थानों की लगभग 200 प्रतिशत बढ़त हुई थी। पिछले 5 सालों में सिर्फ 3 आईटीआई संस्थान खोल कर कांग्रेस युवाओं के कौशल विकास में अड़चन पैदा की है। भाजपा ने विश्व स्तरीय मैदान जैसे शहीद वीर नारायण स्टेडियम बनवाया था। पिछले पांच सालों में खेल-कूद के लिए कोई नया इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने में कांग्रेस विफल रही है।
अनियमित कर्मचारियों को सरकार बनने के 10 दिन के भीतर नियमितीकरण का झूठा वादा
सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि सभी अनियमित कर्मचारियों को सरकार बनने के 10 दिन के भीतर नियमितीकरण का वादा कर के कांग्रेस सरकार में आई। लेकिन आज पौने पांच साल से धोखा दे रही है। हजारों की संख्या में संविदा कर्मी हड़ताल पर हैं। जल सत्याग्रह कर रहे हैं। खून से चिट्ठी लिख रहे हैं। पर कांग्रेस की सरकार ने सब को अनसुना कर दिया है तो बताइए चुनाव से पहले युवाओं के साथ संवाद राजनीतिक षड्यंत्र के तहत सेट मुलाकात नहीं है तो क्या है?