सीजी क्रांति न्यूज/रायपुर। उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव के बीते दिनों मीडिया में दिए बयान के बाद संविदा कर्मचारियों को कैबिनेट बैठक से काफी उम्मीदें थी। गुरूवार को कैबिनेट बैठक के बाद आए फैसले के बाद संविदा कर्मचारियों में को निराशा हाथ लगी। निराश और नाराज संविदा कर्मचारियों ने सरकार के प्रति अपना विरोध जताने के लिए कांग्रेस के जन घोषणा पत्र की प्रतियां जलाई।
3 जुलाई से छत्तीसगढ़ के 54 विभागों में कार्यरत 45000 संविदा कर्मचारी अनिश्चितकालीन आंदोलन में चले गए हैं। महासंघ के प्रांत अध्यक्ष कौशलेश तिवारी ने बताया कि सरकार के पौने पांच साल बीत जाने के बाद भी नियमितिकरण के संबंध में निर्णय नहीं लेना दुखद है। समाचार पत्रों में 6 जुलाई के कैबिनेट बैठक में संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण की संभावना जाहिर की गई थी।
जिसके बाद प्रदेश के 45000 संविदा कर्मचारियों को सरकार से आश बंधी थी कि मौजूदा भूपेश सरकार से तोहफा मिलेगा, किंतु ऐसा हुआ नहीं। जिसके कारण कर्मचारियों में सरकार के प्रति भारी रोष है। वर्तमान में अनिश्चितकालीन आंदोलन पर हैं, सरकार जल्द निर्णय नहीं लेती तो आने वाले दिनों में यह आंदोलन और भी ज्यादा उग्र होता जाएगा।