सीजी क्रांति/खैरागढ़। इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय में गुरू—शिष्य परंपरा को शर्मशार करने वाली घटना सामने आई है। ओड़िसी नृत्य विभाग के प्रोफेसर सुशांत दास पर कथित वीडियो सेक्स और अश्लील चैट जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए एनएसयूआई ने विश्वविद्यालय कैंपस—2 के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। विवि की छात्राओं ने इस संबंध में विवि के कुलसचिव और खैरागढ़ थाना प्रभारी से प्रोफेसर की शिकायत की है। विवि प्रशासन से प्रोफेसर को बर्खास्त करने की मांग भी की गई है। बताया जाता है कि कुछ साल पहले इसी विवि में ऐसे ही मामले में एक और प्रोफेसर के खिलाफ भी आरोप लगे थे, जिस पर एफआईआर भी हुआ था। लेकिन तत्कालीन प्रशासन ने अपने स्तर पर कार्रवाई की पहल नहीं की थी।
विवि प्रशासन ने महज कार्यवाही का आश्वासन दिया है। थाना प्रभारी राजेश कुमार साहू के अनुसार इस मामले की जांच की जा रही है। आरोप में सच्चाई साबित होने पर विधिनुसार कार्रवाई करने की बात कही है। जनमानस में यह भी अफवाह है कि युवती विवि की ही छात्रा है! एक दूसरे वायरल आडियो में होमो सेक्स की भी बात हो रही है। जिसमें अप्राकृतिक कृत्य को लेकर गंदी भाषा में वार्तालाप है। इस पूरे मामले में कितनी सच्चाई इसका पता लगाने में पुलिस व विवि प्रशासन अपने स्तर पर जूटा हुआ है।
छात्राओं का आरोप, प्रोफेसर का कैरेक्टर ठीक नहीं
प्रदर्शन के दौरान विवि की छात्राओं ने आरोप लगाया कि प्रोफेसर का चरित्र ठीक नहीं है। वे कई दफे गंदी नीयत से छूते हैं। विरोध करने पर उन्हें परेशान किया जाता है। जो उन्हें कापरेट करते हैं, उन्ही छात्राओं पर ज्यादा ध्यान देते हैं। बताया जाता है कि कि कुछ साल पहले भी एक प्रोफेसर पर अश्लील हरकत किए जाने की घटना सामने आई थी। जिस पर काफी बवाल मचा था।
मामले को शांत करने राजनीतिक दबाव
बता दें कि कला—संगीत के इस विश्वविद्यालय में अश्लील घटना के सामने आने के बाद विवि की छवि प्रभावित हुई है। इस मामले को शांत करने आंदोलनकारियों और विद्यार्थियों पर राजनीतिक व अन्य स्तर पर समझाईश व दबाव बनाया जा रहा है। हैरानी की बात यह है कि इस मामले में अब तक विपक्षी दल भाजपा मौन साधे हुए है। जबकि सत्ताधारी दल कांग्रेस के ही छात्र संगठन एनएसयूआई ने इस घटना के विरोध मे मोर्चा खोले हुए हैं।
बर्खास्त करने की बजाय बचाने की साजिश हो रही है, इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे—सुमीत जैन
इस मामले में एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष सुमीत जैन ने कहा कि प्रोफेसर का वीडियो और आडियो वायरल हो चुका है। सैकड़ों की संख्या में छात्रों ने विरोध दर्ज कराया। लिखित में शिकायत की। इसके बाद आरोपी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस तक जारी नहीं किया गया। उल्टा उन्हे बचाने की साजिश हो रही है।
जांच हो रही है, सत्यता पाए जाने पर होगी कार्रवाई—टीआई
खैरागढ़ थाना प्रभारी राजेश कुमार साहू ने कहा कि प्रोफेसर के अश्लील वीडियो के संबंध में मिली शिकायत को संज्ञान में लिया गया है। मामले की जांच जारी है। आरोप सत्य पाए जाने पर विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस जांच कर रही है— कुलसचिव
कुलसचिव प्रो आईडी तिवारी ने कहा कि इस मामले में पुलिस जांच कर रही है। इस सबंध में आप पीआरओ से बात कर लें। कुलसचिव के इस बयान से स्पष्ट है कि इस पूरे मामले को पुलिस को सौंप दी गई है। प्राथमिक तौर विवि प्रशासन विभागीय तौर पर फिलहाल आरोपी प्रोफेसर से कोई पूछताछ या कार्यवाही करने के मूड में नहीं है!