सीजी क्रांति न्यूज/खैरागढ़। सड़क की मरम्म्त हुई नहीं और अधिकारियों ने पैसे हजम कर लिए। 13 लाख 33 हजार रूपए का सड़क घोटाला उजागर हो चुका है। कलेक्टर की जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को दोषी भी ठहरा दिया है। इसके बाद फर्जीवाड़ा की जांच को दोबारा किए जाने का हवाला देकर जांच में ही लीपापोती की जा रही है। दरअसल कलेक्टर की जांच टीम की जांच प्रक्रिया ही त्रुटिपूर्ण रही है। इस मामले को निर्णायक स्थिति लाने में जानबुझकर विलंब किया जा रहा है, ताकि मामले को ठंडे बस्ते में डालकर भ्रष्ट अफसरों को बचाया जा सके।
यह पूरा मामला पूर्व कलेक्टर डॉ. जगदीश कुमार सोनकर के कार्यकाल का है। उन्ही के आदेश पर जांच टीम बनी। जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट सौंपी और उस रिपोर्ट में अधिकारियों को दोषी पाया गया। महीनों पहले हुए इस घोटाले में अब जिला भाजपा जागी है। मंगलवार को जिला भाजपा की टीम ने कलेक्टर गोपाल वर्मा को ज्ञापन सौंपकर जल्द से जल्द इस मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
जिला भाजपा अध्यक्ष घम्मन साहू ने बताया कि लोक निर्माण विभाग ने सड़क मरम्मत के नाम पर 13 लाख 33 हजार रुपये के भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया। जिसकी शिकायत के बाद जांच के लिए टीम का गठन किया गया। जांच के पश्चात जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि 13 लाख रुपये से अधिक का भ्रष्टाचार हुआ है, किन्तु तत्कालीन कलेक्टर डॉत्र जगदीश कुमार सोनकर के कार्यकाल में कार्यवाही नही हुई।
फिर नए कलेक्टर गोपाल वर्मा आए। जिसके बाद मई में पुनः जांच के निर्देश दिये गये किन्तु आज तक कार्यवाही नही होना बड़ा सवाल खड़ा करता है। ऐसा प्रतीत होता है कि भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने की कोशिश की जा रही है। जिला अध्यक्ष की अगुवाई में भाजपा नेताओं ने ज्ञापन सौंपकर कहा कि जल्द ही सड़क मरम्मत के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही नही की गई तो जिला भाजपा खैरागढ़ छुईखदान गंडई द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा।