सीजी क्रांति/खैरागढ़। नया जिला केसीजी में लव, सेक्स और धोखे का अपराध टॉप पर है। जिला बनने के बाद अपराधों की समीक्षा में यह हैरान करने वाला तथ्य सामने आया है। इन अपराधों में पुलिस अपना बेस्ट परफॉर्म दे रही है। आरोपी पकड़े जा रहे हैं। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी हो रही है। हालांकि इन मामलों की रोकथाम के लिए पुलिस से ज्यादा समाज बड़ी भूमिका निभा सकता है। सोशल मीडिया का सकारात्मक उपयोग और प्रॉपर कॅरियर व लाईफ काउंसिलिंग के जरिए इस समस्या का काफी हद तक समाधान तलाशना मुमकिन है।
बहरहाल अचंभे की बात यह है कि सोशल मीडिया के आभासी दुनिया में नई पीढ़ी आकर्षित हो रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी फेसबुक और इंस्टाग्राम से युवा जुड़ रहे हैं। अंजानों से बात हो रही है। बातों-बातों में दोस्ती और वह रिश्ता प्यार में तब्दील होकर सेक्स और धोखे में जाकर खत्म हो रहा है। कानूनी तानाबाना भी ऐसा बुना गया है कि कई दफे बेगुनाह भी सलाखों के पीछे जा रहे हैं।
महिला संबंधी अपराधों की रोकथाम के लिए जिले के थानों में महिला डेस्क का भी गठन किया गया है। ताकि महिला वर्ग अपनी तकलीफ महिला पुलिस के समक्ष सहजता से रख सके। हैरत की बात यह है कि अधिकांश मामलों में प्यार फिर धोखे के मामले सामने आ रहे हैं। दर्जनों मामले ऐसे हैं, जिनमें नाबालिग अपनी उम्र से अधिक युवकों के साथ प्रेम विवाह की चाह लेकर मां-बाप को छोड़कर तक भाग रहे हैं। पुलिस में रिपोर्ट के बाद पुलिस नाबालिग बच्चियों को बरामद कर आरोपी युवकों के खिलाफ जुर्म दर्ज कर उन्हें जेल भी भेज रहे हैं।
इस मामले में सीजी क्रांति से चर्चा में एएसपी नेहा पांडेय का कहना है कि जिले में जुआं, सट्टा, अवैध शराब के मामलों में काफी कमी आई है। पुलिस लगातार सक्रिय है। महिला संबंधी अपराधों में खासकर युवाओं में प्यार फिर धोखा दिए जाने का मामला अपेक्षाकृत अधिक है। मोबाइल और इंटरनेट की आसान पहुंच और इससे बनते-बिगड़ते रिश्तों के बाद अनबन की शिकायतें भी है।
जिला पुलिस बल, हमर बेटी-हमर अभियान के तहत पुलिस की महिला अधिकारी एवं कर्मचारी स्कूल-कॉलेजों में जाकर बेटियों को उनके कानूनी अधिकार, गुड टच, बैड टच, छेड़खानी, यौन शोषण, साइबर क्राइम, सोशल मीडिया क्राइम से बचाव और अधिकार जैसी बातों पर मार्गदर्शन व संवाद कायम कर रही है। महिलाओं, बच्चियों की सुरक्षा और शिकायतों का समाधान करने के लिए अभिव्यक्ति ऐप बनाया है। इसमें लोकेशन के हिसाब से एसओएस का बटन दबाते ही यूजर के पास तुरंत पुलिस सहायता पहुंचेगी। ऐप के माध्यम से महिलाएं कहीं से भी शिकायत पुलिस के पास दर्ज करा सकेंगी।