सीजी क्रांति/खैरागढ़। मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत बस स्टैंड में बने दुकानों की अवैध बिक्री हो रही है। नियमानुसार इन दुकानों को हितग्राही किसी को बेच नहीं सकता। लेकिन स्टांप पेपर पर एग्रीमेंट कर दुकानों को बेचा जा चुका है। जिन्होंने दुकानें खरीदी है, वे नामांतरण के लिए पालिका के चक्कर काट रहे हैं। पालिका ने इसके लिए कुछ दुकानदारों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। लेकिन कार्रवाई करने में कोताही बरती जा रही है। यह बात भी सामने आ रही है कि दुकानदार बिचौलियों के माध्यम से लेन-देन कर मामले को दबाने का प्रयास कर रहे हैं!
यही नहीं हाल ही में माह भर पहले दुकान के बरामदे पर पर अतिक्रमण कर नई दुकान तान दी गई। इसकी शिकायत लेकर खैरागढ़ के बस स्टैंड में एक गरीब दुकानदार नगरपालिका से गुहार कर रहा है कि उसके दुकान के सामने एक अतिक्रमणकारी द्वारा अवैध निर्माण कर दिया है, जिससे उसकी दुकान पूरी तरह दब गई है। लिखित शिकायत होने के बाद भी नगर पालिका प्रशासन ने अब तक अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही नहीं की। शिकायतकर्ता के अनुसार जिसने अतिक्रमण किया है, उसने यहां के दो दुकानों को अवैध तरीके से खरीद लिया है। अब उसकी दुकान के सामने जानबुझकर अवैध कब्जा कर लिया है ताकि शिकायतकर्ता की दुकान न चले और वह मजबूर होकर अपनी दुकान उसे दे दे।
नगर पालिका के अध्यक्ष शैलेंद्र वर्मा और सीएमओ सूरज सिदार ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी किया जाएगा। उनका पक्ष लिया जाएगा, साथ ही उन्हें सुनवाई का पूरा अवसर देने के बाद पालिका नियमानुसार कार्रवाई करेगा।
यहां हैरानी की बात यह है कि पूरे कांपलेक्स में एक ही दुकानदार ने बरामदे पर अतिक्रमण कर एक माह पहले दुकान का निर्माण किया है। इसके बाद भी पालिका प्रशासन कार्रवाई करने में टाल-मटोल कर रहा है। इससे यही अंदेशा लगाया जा रहा है कि पालिका प्रशास के जिम्मेदारों की सांठगांठ के बगैर कोई दुकानदार इतना बेखौफ होकर खुलेआम अवैध निर्माण नहीं कर सकता।