सीजी क्रांति/खैरागढ़। डेबिड कार्ड बनाने का झांसा देकर ओटीपी नंबर लेकर लाखों की ठगी करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ठगी के शिकार व्यक्ति को एसपी अंकिता शर्मा की मौजूदगी में पैसा लौटाया गया। ठगी का पैसा वापस मिलने के बाद पीड़ित व अन्य लोग भाव विभोर होकर एसपी और पुलिस विभाग का आभार जताया।
पीड़ित भरत लाल पिता समरुत साहू निवासी रामपुर के द्वारा सायबर सेल KCG में सूचना दिया गया कि पीड़ित के मोबाइल नंबर पर फोन आया था कि आपके डेबिट कार्ड की वैद्यता समाप्त होने वाली है, आपका बैंक अकॉउंट बंद हो जायेगा, नया डेबिट कार्ड बनाने के नाम पर पीड़ित से OTP प्राप्त किया और पीड़ित के खाते से 1 लाख 35 हजार 886 रूपए ट्रांजेक्शन कर लिया । मामले की गंभीरता को देखते हुये KCG पुलिस अधीक्षक के द्वारा विशेष टीम का गठन कर, तत्काल आरोपी मोबाईल लोकेशन पर दीगर राज्य झारखण्ड रवाना किया गया व टीम सीडीआर विश्लेषण व टॉवर लोकेशन के द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार कर, माननीय न्यायलय मे पेश कर, ज्यूडिशियल रिमांड पर जेल भेजा गया l उक्त मामले मे सायबर सेल KCG के द्वारा पीड़ित के साथ हुए, ठगी किए हुए संपूर्ण 01 लाख 35 हजार 886 रुपये को समुचित जांच पश्चात पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रार्थी को वापस कराया गया l
NCCRP पोर्टल का मिल रहा है लाभ
बढ़ते हुए साइबर अपराधों पर कार्यवाही एव रकम वापस कराने नागरिकों की सुविधा हेतु सरकार द्वारा NCCRP पोर्टल बनाया गया है , जिसमें सभी बैंक, पेमेंट वॉलेट, थाना, सायबर सेल एवं अन्य एजेंसियां जुड़ी हुई है । जिन्हें सायबर ठगी की सूचना मिलते ही ठगों द्वारा ट्रांसफर किए गए रकम को खाते में ही ब्लॉक कर रकम वापसी की प्रक्रिया शुरू हो जाती है ।
पोर्टल पर लॉगिन कर या 1930 टोल फ्री नंबर पर कर सकते हैं शिकायत
NCCRP पोर्टल में उपलब्ध ईमेल एड्रेस www.cybercrime.gov.in पर पीड़ित सीधे शिकायत दर्ज करा सकते हैं या 1930 टोल फ्री नंबर पर कर कॉल कर शिकायत दर्ज करा सकते हैं ।
रिस्पांस टाइम होता है महत्वपूर्ण
सायबर ठगी के मामले में रिस्पांस टाइम का बहुत ज्यादा महत्व है , जिस तरह दुर्घटना के मामलों में घायल के जल्दी अस्पताल पहुंचने पर जीवन की संभावना बढ़ जाती है , उसी प्रकार सायबर ठगी के मामले में जितनी जल्दी पोर्टल में रिपोर्ट अपलोड किया जाएगा, रकम को ब्लॉक कर वापस कराने में सफलता मिलेगी ।