सीजी क्रांति/खैरागढ़। आंबेडकर चौक में शनिवार 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया गया जहां उपस्थित वक्ताओं ने संविधान का महत्व बताया। उपस्थितजनों ने बाबा साहब डॉ.भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज् जवलित कर सामूहिक रूप से बुद्ध वंदना किया तत्पश्चात संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बीएमओ डॉ.विवेक बिसेन रहे वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ.आकाश कन्नौजे, जिपं सभापति विप्लव साहू, बौद्ध समाज के प्रमुख सलाहकार अनुराग शांति तुरे, नरेंद्र सोनी, निलेश यादव, सेवानिवृत्त शिक्षक मंशाराम सिमकर, शिक्षिका इंदिरा चंद्रवंशी, सबाना बेगम सहित अनुयायी उपस्थित थे।
इस दौरान बीएमओ डॉ.बिसेन ने कहा कि बाबा साहब डॉ.भीमराव आंबेडकर ऐसे मानव थे जिन्होंने संविधान का निर्माण कर हम लोगों को जीने का अधिकार दिया। डॉ.आकाश कन्नौजे ने कहा कि हम सभी को डॉ.बीआर आंबेडकर को याद जरूर करना चाहिये, उनके बदौलत ही आज हमारा देश चल रहा है, हम सभी को संविधान की रक्षा करना चाहिये।
जिला पंचायत सभापति विप्लव साहू ने कहा कि बाबा साहब ने भेदभाव को मिटाकर एकता के सूत्र में बांधकर सभी को समान अधिकार दिलाने का कार्य किया है। उन्होंने संविधान को 2 साल 11 माह 18 दिन में पूरा कर देश को एक नये संविधान की किताब सौंपी।
अनुराग शांति तुरे ने कहा कि बाबा साहब डॉ.बीआर आंबेडकर ने महिलाओं को जो पहले घर में रहकर चूल्हा चौका का कार्य किया करती थी उन्हें घर से बाहर निकलने का अधिकार दिया। पहले महिलाओं को घर की चार दीवारी के अंदर रहना पड़ता था लेकिन बाबा साहब को नारियों का मुक्तिदाता ऐसे ही नहीं कहा जाता, उन्होंने नारियों का सम्मान किया और नारियों को लेकर बहुत सारे कानून और बिल पास किये।
नरेंद्र सोनी ने कहा कि संविधान की प्रस्तावना को पढऩे से कुछ नहीं होगा उसे अमल करने की जरूरत है. नीलेश यादव ने कहा कि आप अपने बच् चों को शिक्षित बनायें जिससे आपके परिवार का विकास हो सके।
कार्यक्रम को मंशाराम सिमकर व इंदिरा चंद्रवंशी ने भी संबोधित किया। इस दौरान बौद्ध समाज के अध्यक्ष उत्तम बागड़े, सचिव विमल बोरकर, उपाध्यक्ष दीवालचंद भालेकर, नरेन्द्र मेश्राम, प्रदीप बोरकर, कोषाध्यक्ष प्रणय चोखान्द्रे, अनिल सहारे, राजकुमार बोरकर, गगन गणवीर, मोती लाल भीमटे, भोजराज उके, भारत वानखेड़े, प्रकाश खरे, हर्षवर्धन रामटेके, कमलेश बोमले, महिला अध्यक्ष कविता नागदेवे, सचिव छाया चौरे, जयमाला बागड़े, निवेदिता बोमले, दुर्गा मेश्राम, नंदा नागदेवे, शशि रामटेके व अमित वानखेड़े सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।