00 आईजी, एसपी, मुख्यमंत्री, गृहमंत्री से लगाई न्याय की गुहार
00 आरोपियों से मिली है, गातापार पुलिस और डॉक्टर — पिता
00 कहा — हत्या को हादसा साबित करने में जुटी है पुलिस
00 पांच टीआई की टीम का गठन कर, कराई जाए जांच — ग्रामीण
सीजी क्रांति/खैरागढ़। बीते माह 23 अगस्त को मुढ़ीपार और सनडोंगरी मार्ग के मध्य नहर नाली के किनारे मृत मिले शराब दुकान के सेल्समेन प्रमोद यादव की मौत को मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने हत्या बताया है। सनडोंगरी निवासी प्रमोद यादव के पिता और ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री समेत गृहमंत्री, आईजी और एसपी से मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।
आईजी के नाम से लिखे पत्र में मृतक के पिता चन्द्रकिशन यादव व अन्य ग्रामीणों ने बताया है कि प्रमोद मुढ़ीपार स्थित शराब दुकान सेल्समेन का काम करता था। 22 अगस्त को जितेन्द्र सोनवानी और उसके साथियों ने शराब दुकान में प्रमोद के साथ झगड़ा किया था और उसे देख लेने की धमकी दी थी। पूरा विवाद सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुआ था।
मृतक के पिता और ग्रामीणों ने बताया है कि विवाद के दूसरे दिन 23 अगस्त को सेल्समेन प्रमोद यादव का शव मुढ़ीपार और सनडोंगरी के बीच नहर नाली के पास मिला था। घटना स्थल में दो गाड़ा का खुंटा (डंडा) पड़ा हुआ था और सिर से खून बह रहा था, मोटर सायकल वहीं पर खड़ा था। घटना स्थल पर मौजूद लोग भी इसे हत्या ही बता रहे थे, लेकिन शव के पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर और गातापार थाना प्रभारी ने मिलकर इसे एक्सीडेंट के केस में बदल दिया है।
ग्रामीणों ने बताया है घटना के दिन जब पुलिस और डॉक्टर इस घटना को एक्सीडेंट बता रहे थे तब भी हम लोगों ने इसका विरोध किया था। आगे बताया गया है कि गातापार पुलिस की जांच कार्यवाही से पूरा गांव असंतुष्ट है और दिशा जांच नहीं की गई है। ग्रामीणों ने गातापार थाना प्रभारी को हटाकर किसी अन्य पुलिस अधिकारी से जांच कराये जाने की मांग की है। इसके साथ ही ग्रामीणों प्रमोद यादव की मौत की जांच 5 टीआई की टीम बनाकर कराये जाने और जितेन्द्र सोनवानी और उसके साथियों पर कठोर कार्यवाही करने की मांग की है।
मांग पूरी नहीं होने पर मृतक के पिता और सनडोंगरी के ग्रामीणों ने सड़क सत्याग्रह और भूख हड़ताल करने की चेतावनी दी है।
मामले को लेकर गातापार थाना प्रभारी जितेन्द्र डहरिया कहना है कि प्रमोद यादव की मौत को लेकर पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। संदिग्धों से भी लगातार पूछताछ की जा रही है।
डॉ.पंकज वैष्णव ने भी ग्रामीणों के आरोपों को निराधार बताया है।