सीजी क्रांति/खैरागढ़। नवागांव बांध के उलट से आई भीषण बाढ़ का पानी अब उतरने लगा है लेकिन बाढ़ का पानी उतरने के साथ ही बांध से लगे ग्राम नवागांव में बाढ़ से हुई बर्बादी के निशां दिखाई दिये।ग्रामीण बाढ़ के मंजर को याद कर अब भी सिहर उठते है। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने अपने जीवन में इतनी भीषण बाढ़ पहले कभी नहीं देखी। बाढ़ कितनी भयानक थी इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सुबह 4 बजे आई बाढ़ की वजह से लोगों को अपना सब सामान छोड़कर जान बचाने घर से भागना पड़ा। बाढ़ के पानी से कई मकान भरभराकर गिर गए। 24 से ज़्यादा मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं।
बाढ़ से अपना आशियाना खो चुके लोगों ने बताया कि उनके पास जीवन जीने का संकट खड़ा हो गया है। बाढ़ ने उनका सबकुछ छीन लिया है। बाढ़ पीड़ितों को अब सरकारी मदद का इंतजार है, ताकि वह अपनी जिंदगी को फिर से शुरू कर सकें।
आपको बता दें कि रविवार रात से जारी बारिश का खैरागढ विकासखण्ड के वनवासी गांवों के काफी से असर पड़ा है। खासकर नवागांव,चिचका, सांकरा के गांवों का मुख्य मार्ग से संपर्क टूट गया। वहीं सिंगारघाट का पुल भी बाढ़ में बह गया है।
बाढ़ असर नगर में भी रहे। नदियों के किनारे रहने वाले लोग ख़ौफ़ज़दा रहे। टिकरापारा और शिव मंदिर रोड के पुल में पानी चलने की वजह से यातायात प्रभावित रहा।