सीजी क्रांति न्यूज/रायपुर। अब तक कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगाती रही भाजपा भी अब परिवारवाद के दलदल में धंस गई है। छत्तीसगढ़ में जुदेव परिवार और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन के परिवार से 4 लोगों को भाजपा से टिकट मिला है। इनमें स्वयं डॉ. रमन सिंह अपनी परंपरागत सीट राजनांदगांव से चुनाव लड़ेंगे और उनके सगे भांजे विक्रांत सिंह को खैरागढ़ से उम्मीदवार बनाया गया है।
दिलीप सिंह जुदेव परिवार से उनके पुत्र प्रबल प्रताप सिंह को कोटा और उनकी बहू संयोगिता सिंह को पिछला चुनाव हारने के बाद भी चंद्रपुर से दूसरी बार टिकट दिया गया है।
यही नहीं इनके अलावा प्रदेश के कई सीटों पर भाजपा में वंशवाद और परिवारवाद का सीधा प्रभाव देखने को मिल रहा है। जिसमें पूर्व सांसद बलिराम कश्यप के बेटे केदार कश्यप को नारायणपुर सीट से इस बार भी टिकट दिया है। केदार 2018 में इस सीट से चुनाव हार गए थे। अकालतरा से सौरभ सिंह को बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया है। सौरभ भी अपने पिता की विरासत को संभाल रहे हैं।
लैलूंगा से बीजेपी ने सुनीति राठिया को टिकट दिया है । राठिया के पति सत्यानंद राठिया भी विधायक का चुनाव लड़ चुके हैं। खल्लारी से बीजेपी ने नरेश चंद्राकर की पत्नी अलका चंद्राकर को उम्मीदवार बनाया है। बिलासपुर से अमर अग्रवाल को भी हारने के बावजूद टिकट दिया गया है। श्री अग्रवाल भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे लखीराम अग्रवाल की राजनीतिक विरासत संभाल रहे हैं।
परिवारवाद पर क्या कहा था पीएम नरेंद्र मोदी ने …. 15 अगस्त को लालकिले के प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परिवारवाद के खिलाफ आवाज बुलंद की थी। प्रधानमंत्री ने कहा था कि परिवारवाद ने हमारे देश को नोंच लिया है। वर्तमान में परिवारवाद ने जिस तरह से देश को जकड़ के रखा है, इससे आम लोगों का हक छीना है। प्रधानमंत्री ने देश के लोगों से परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण के खिलाफ जंग लड़ने की अपील की थी। विपक्षी पार्टियों पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा था- परिवारवादी पार्टी लोकतंत्र में बीमारी है। यह प्रतिभाओं की दुश्मन होती है।