सीजी क्रांति/खैरागढ़। नक्सल मोर्चे पर रविवार का दिन सुरक्षा एजेंसियों के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ। मध्यप्रदेश–महाराष्ट्र–छत्तीसगढ़ (एमएमसी) जोन में वर्षों से सक्रिय कुख्यात नक्सली और सीसी सदस्य रामधेर मज्जी ने अपने 11 साथियों के साथ बकरकट्टा थाना पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया। यह सरेंडर न सिर्फ एक पुलिस ऑपरेशन की सफलता है, बल्कि पूरे एमएमसी क्षेत्र में नक्सली नेटवर्क को कमजोर करने वाली बड़ी ब्रेकथ्रू के रूप में देखा जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, जंगल तंत्र को नियंत्रित करने वाला और कई बड़े हमलों का मास्टरमाइंड माने जाने वाला रामधेर मज्जी लंबे समय से सुरक्षा बलों की हिट लिस्ट में शामिल था। लगातार बढ़ते दबाव, विकास कार्यों की पहुंच और सुरक्षा बलों के इंटेलिजेंस-ड्रिवन अभियान ने इस आत्मसमर्पण को संभव बनाया।
🔻 आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली एवं बरामद हथियार
1. रामधर मगनीजी – सीसीएम – AK-47
2. चंदू उसेंडी – DVCM – 30 कार्बाइन
3. ललिता – DVCM – बिना हथियार
4. जानकी – DVCM – INSAS
5. प्रेम – DVCM – AK-47
6. रामसिंह दादा – ACM – .303 राइफल
7. सुकेश पोट्टम – ACM – AK-47
8. लक्ष्मी – PM – INSAS
9. शीला – PM – INSAS
10. सागर – PM – SLR
11. कविता – PM – .303 राइफल
12. योगिता – PM – बिना हथियार
भारी संख्या में हथियारों के साथ वरिष्ठ नक्सलियों का एक साथ सरेंडर होना इस क्षेत्र में नक्सलियों के गिरते मनोबल का संकेत माना जा रहा है।
