सीजी क्रांति/रायपुर. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के नाम पर साइबर ठग किसानों को निशाना बना रहे है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मो खासकर व्हाट्सअप पर पीएम किसान APK फाइल डाउनलोड करने और इंस्टॉल करने का मैसेज वायरल हो रहा है.
ठग पीएम किसान योजना के तहत नये रजिस्ट्रेशन, किसान लाभार्थी सूची, पीएम किसान केवाययी अपडेट जैसे अलग-अलग नाम से मैसेज के साथ APK फाईल भेज रहे है.
बता दें कि यह मैसेज पूरी तरह से फर्जी है और किसानों की जेब से पैसे निकालने की एक चाल है. सरकार ने किसानों से ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक करने से मना किया है. इस मैसेज को तुरंत डिलीट करने कहा है. इस मैसेज को दूसरे लोगों को भेजने से भी मना किया है.
सरकार ने एडवाइजरी जारी की
सरकार ने एडवाइजरी जारी करते हुए किसानों से अपील की है कि वॉट्सऐप, फेसबुक या दूसरे किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आने वाले किसी भी लिंक पर यूं ही क्लिक न करें. कृषि विभाग में उप संचालक दीपक कुमार नायक ने बताया, पीएम किसान योजना नाम से एक एप्लीकेशन का एपीके लिंक लगातार वायरल हो रहा है. यह साइबर फ्रॉड है. इस एपीके लिंक पर क्लिक करते ही एक ऐप्लीकेशन मोबाइल में डाउनलोड हो जाता है. इसके बाद हैकर्स आपके फोन और सिम को हैक कर अपने कंट्रोल में ले लेते हैं. इससे लोगों को आर्थिक रूप से नुकसान उठाना पड़ सकता है. साइबर फ्रॉड होने पर तत्काल हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें.
साइबर ठगी से ऐसे बचें
. पासवर्ड या सोशल सिक्योरिटी नंबर किसी के साथ शेयर न करें.
. किसी अनजान को वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) न बताएं.
. अपनी व्यक्तिगत या फाइनेंशियल जानकारी किसी से साझा न करें.
. कंपनियों से जुड़े संदेश, ई.मेल या व्हाट्सएप के जरिये मिले लिंक पर क्लिक करने से बचें,
. किसी के साथ साइबर ठगी होती है तो साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर जानकारी दें.
सोशल मीडिया पर अपने बारे में अधिक जानकारी साझा ना करें. अपना पैन कार्ड, आधार कार्ड का नंबर या उसकी फोटो फेसबुक, व्हाट्सप्प पर बिल्कुल शेयर ना करें