सीजी क्रांति न्यूज/खैरागढ़। खैरागढ़ सीट से देवव्रत सिंह के बहनोई नरेंद्र सोनी ने शुकव्रार को नामांकन फॉर्म खरीद कर श्री गणेश कर दिया। जिले में पहला फॉर्म श्री सोनी ने लिया। जोगी कांग्रेस से विधायक देवव्रत सिंह के निधन के बाद उनके बहनोई व पूर्व छात्र नेता रहे नरेद्र सोनी ने विधानसभा उपचुनाव 2022 में जोगी कांग्रेस की टिकट पर खैरागढ़ से चुनाव लड़ा था। हालांकि इस बार जनता कांग्रेस ने प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं की है। लेकिन नरेंद्र सोनी ने नामांकन फॉर्म खरीद लिया है।
बता दें कि खैरागढ़ में जनता कांग्रेस देवव्रत सिंह के दम पर टिका था। चुनाव जीतने के बाद देवव्रत सिंह ने कांग्रेस से नजदीकी बढ़ा ली थी। उन्होंने यहां तक कहा था कि कांग्रेस उनके दिल के काफी करीब है। उनकी मौत के बाद जनता कांग्रेस के तमाम बड़े नेता व सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस प्रवेश कर लिया है।
दो दिन पहले ही छुईखदान में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समक्ष देवव्रत सिंह के करीबी कन्हैया बैस, पार्षद दयाराम पटेल समेत अन्य ने कांग्रेस प्रवेश कर लिया है। वहीं हाल ही में जनता कांग्रेस के जिला अध्यक्ष विष्णु लोधी व पार्टी के वरिष्ठ नेता जनरैल सिंह भाटिया ने भी कांग्रेस प्रवेश कर लिया।
खैरागढ़ विधानसभा में फिलहाल नरेंद्र सोनी ही जनता कांग्रेस से एकमात्र नेता हैं। ऐसे में उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। पिछले चुनाव में जोगी कांग्रेस की सीट होने के बाद भी नरेंद्र सोनी निर्दलीय उम्मीदवार तक से पिछड़ गए थे। जबकि पार्टी को उम्मीद थी देवव्रत सिंह के निधन के बाद हुए चुनाव में उन्हें सहानुभूति लहर का फायदा मिल सकता है लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके पहले खैरागढ़ नगरीय निकाय चुनाव के दौरान नरेंद्र सोनी कांग्रेस प्रवेश किया था। टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने सोनार पारा वार्ड से निर्दलीय चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
नरेंद्र सोनी ने कहा कि इस चुनाव में वे गरीबी और बेरोजगारी को मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ेंगे। श्री सोनी लगातार क्षेत्र की जनसमस्याओं को उठाते रहे हैं। यदि उन्होंने चुनाव लड़ा तो वे क्षेत्र के सर्वाधिक शिक्षित उम्मीदवार होंगे। नरेंद्र सोनी पेशे से किसान और ठेकेदार है। छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद हुए छात्रसंघ चुनाव में वे रानी रश्मिदेवी सिंह कॉलेज के पहले अध्यक्ष बने थे। तब देवव्रत सिंह और विक्रांत सिंह दो गुटों में छात्रसंघ चुनाव के लिए उम्मीदवार तय होता था। नरेंद्र सोनी विक्रांत सिंह गुट चुनाव लड़े थे। विक्रांत सिंह अभी खैरागढ़ सीट से भाजपा के उम्मीदवार है।