सीजी क्रांति/खैरागढ़। उदयपुर स्थित पैलेस का ताला खोलने को लेकर उपजे विवाद के बाद सीएम भूपेश बघेल ने देवव्रत सिंह की पहली पत्नी पदमा देवी सिंह से दूरभाष पर बातचीत की है। सीएम ने दिवंगत राजा देवव्रत सिंह से अच्छे संबंधों का हवाला देते हुए राजा आर्यव्रत सिंह का अहित नहीं होने का भरोसा दिलाया है।
उन्होंने पदमा सिंह से बातचीत के दौरान देवव्रत सिंह के बच्चों का हालचाल जाना। सीएम ने कहा कि स्वर्गीय देवव्रत सिंह से शुरू से उनके आत्मीय संबंध रहे हैं। उन्होंने विश्वास दिलाया कि उनके परिवार के विधिक अधिकार सुरक्षित रहेंगे। इसके अलावा उनके हनन के लिए कोई भी व्यक्ति अनावश्यक दबाव नहीं बना सकता। सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि उनकी संवेदनाएं हमेशा उनके परिवार के साथ हैं, और वो व्यक्तिगत रूप में हर परिस्थिति में उनके परिवार के साथ खड़े हैं।
पदमा के पास बच्चों की कस्टडी
दिवंगत राजा देवव्रत सिंह की संपत्ति को लेकर राजघराने में उपजा विवाद नहीं थम रहा है। संपत्ती के लिए देवव्रत के पुत्र राजा आर्यव्रत सिंह और उनकी दूसरी पत्नी विभा सिंह के बीच विवाद पैदा हो गया है। क्योंकि राजा नाबालिग है, ऐसे में पदमा सिंह उनकी पालन-पोषण की जिम्मेदारी संभाल रही है। बताया जा रहा है कि दोनों बच्चों की कस्टडी पदमा सिंह के पास ही है। उनके पास दिल्ली हाईकोर्ट के के कस्टडी से संबंधित साल 2016 फैसले की दस्तावेज भी मौजूद है। हालांकि विभा सिंह भी बच्चों के कस्टडी रखने का दावा कर रही है।