सीजी क्रांति/रायपुर। #Chhattisgarh_Budget_2022 : कोरोना संक्रमण और बढ़ती महंगाई का सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ रहा है। ऐसे में छत्तीसगढ़ सरकार (Chhattisgarh Government) की ओर से आज पेश होने वाले बजट (Budget) को लेकर आम जनता राहत की उम्मीद लगाई बैठी है। वहीं दूसरी तरफ सरकार को तेजी से बढ़ते कर्ज की चिंता भी सता रही है। जबकि राज्य में अगले साल चुनाव होना है।
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ऐसे में माना जा रहा है कि सरकार कर्ज की चिंता को किनारे रखकर चुनावी बिसात के हिसाब से बजट पेश करेंगी। इसमें सभी वर्गों के लिए कुछ ना कुछ खास होगा। चालू वित्तीय वर्ष की तुलना में अगले वर्ष बजट में तीन से छह फीसदी तक का इजाफा हो सकता है। बजट का आकार 1 लाख करोड़ से अधिक के होने का अनुमान है।
व्यापारी – उम्मीद है कि इस बार भी बजट में कोई नया टैक्स स्थानीय स्तर पर नहीं लगाया जाएगा। व्यापारियों और कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए नई घोषणाएं हो सकती है।
कर्मचारी- पुरानी पेंशन नीति बहाली को लेकर राजनीति गरमाई हुई है। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री बजट में इसकी घोषणा कर सकते हैं। वहीं कर्मचारियों के वेतन-भत्तों से जुड़ी घोषणा भी हो सकती है।
युवा- सरकार लगातार रोजगार और स्व-रोजगार देने का प्रयास कर रही है। इस बार अधिकांश विभागों में भर्ती के रास्ते खुल सकते हैं, ताकि युवाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाया जा सके। अधिकांश भर्ती परीक्षा व्यापमं के जरिए होने की उम्मीद है।
कृषि- फसल बीमा का लाभ दिलाने पुख्ता व्यवस्था होगी। प्राकृतिक आपदा से नुकसान की भरपाई के लिए राशि बढ़ेगी। ड्रोन का कृषि कार्य में उपयोग का प्रावधान नीति में होगा।
महिला- स्व सहायता समूहों को नए क्षेत्रों से जोड़ा जाएगा। स्टार्टअप के लिए भी अलग से प्रावधान रहेगा। सस्ते कर्ज का प्रावधान होगा। महिलाओं के लिए नए क्षेत्र में अवसर पैदा हो सकते हैं।
बड़ी उम्मीदें…!
1- विभिन्न विभागों में रिक्त पदों पर भर्तियों का ऐलान और स्वरोजगार के लिए अलग से सरकारी मदद की अपेक्षा।
2- स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल की तर्ज पर प्रदेश के सभी विकासखंडों में स्कूल की स्थापना।
3- बस्तर और सरगुजा संभाग में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार की उम्मीद।
4- प्रदेशभर के कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना बहाल करने की उम्मीद।
5- महंगाई से राहत के लिए पेट्रोल-डीजल पर वैट कम करने की उम्मीद।
बड़ी चुनौतियां…!
1- हर साल कर्ज बढ़ते जा रहा है। इसमें कमी लाने के लिए बेहतर विकल्प तैयार करना।
2- महंगाई से बिगड़ी रही मध्यमवर्गीय परिवार की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना।
3- प्रदेश में निवेश को बढ़ाने की चुनौती, ताकि रोजगार के नए अवसर निर्मित हो सकें।
4- ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को आबादी के हिसाब से मजबूत करना।
5- विकास के कामों को गति देना। सड़कें व आवागमन का विस्तार प्रमुख है।
वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट पर एक नजर
97145- कुल आय
97106- कुल व्यय
83028- राजस्व व्यय
13839- पंूजीगत व्यय
17461- सकल वित्तीय घाटा
(आंकड़े हजार करोड़ में)