CISF भर्ती परीक्षा का मुन्ना भाई कौन?…डमी कैंडिडेट की तलाश में MP-UP में छापे; 4 युवकों के नाम सामने आए, मुरैना और आगरा भेजी गई दुर्ग पुलिस की टीम

फाइल फोटो
फाइल फोटो

सीजी क्रांति/खैरागढ़। CISF आरक्षक भर्ती परीक्षा 2021 में हुए फर्जीवाड़े में दुर्ग पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अब पुलिस को उन चार युवकों की तलाश है, जो डमी परीक्षार्थी के रूप में लिखित परीक्षा में बैठे थे। पुलिस ने इसके लिए तलाश तेज कर दी है। पुलिस को जानकारी मिली है कि ये लड़के उत्तर प्रदेश के आगरा और मध्यप्रदेश के मुरैना जिले हैं। इसलिए पुलिस की अलग-अलग टीम को दोनों राज्यों में रवाना की गई है। दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव टीम व अन्य अधिकारियों से पूरी जानकारी खुद ले रहे हैं।

दुर्ग पुलिस के मुताबिक उन्होंने CISF भर्ती फर्जीवाड़े से जुड़े गैंग के छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के पास चार अन्य आरोपियों के नाम सामने आए हैं। ये वो आरोपी हैं जो पढ़ाई लिखाई में काफी होनहार है, लेकिन अपनी प्रतिभा का उपयोग खुद नौकरी पाने की जगह दूसरे को नौकरी दिलाने में कर रहे हैं। पुलिस के मुताबिक सुनील पाल, राबिन सिंह, धर्मपाल तथा उदयभान डमी परीक्षार्थी के रूप में CISF भर्ती की लिखित परीक्षा में बैठे थे। इन लोगों ने दूसरे अभ्यर्थियों के नाम पर परीक्षा देकर उनका रिटर्न क्लियर कराया था। लेकिन डमी परीक्षार्थी और अभ्यर्थी के फिंगर प्रिंट मेल न खाने से इस गिरोह का पर्दाफाश हो गया। अब इन चारों आरोपियों की तलाश में दुर्ग पुलिस जुट गई है।

मास्टर माइंड के करीब तक पहुंच चुकी है पुलिस

इस पूरे खेल के मास्टर माइंड तक दुर्ग पुलिस पहुंच चुकी है। पुलिस का कहना है कि मुख्य सरगना के गिरफ्तार होने से कई राज से पर्दा खुल जाएगा। पुलिस फिलहाल यह पता लगाने में जुटी है कि यह गैंग छत्तीसगढ़ राज्य तक कैसे आया। छत्तीसगढ़ में गैंग को पनाह देने वाला मास्टरमाइंड कौन है। पुलिस को परीक्षा सेंटर में भी बड़ी गड़बड़ी का संदेह है। पुलिस का कहना है कि जल्द इसमें बड़े नाम सामने आएंगे।

यह है पूरा मामला

गुरुवार को दुर्ग पुलिस ने प्रेस वार्ता लेकर CISF आरक्षक भर्ती में फर्जीवाड़े का पर्दाफाश किया था। दुर्ग एसपी ने बताया था कि उत्तर प्रदेश तथा मध्यप्रदेश का यह गिरोह युवाओं की नौकरी लगवाने के लिए उनसे लाखों रुपए में डील करता है। इसके बाद उसका फार्म भरवाता है और फिर फर्जी दस्तावेज तैयार कर उसकी जगह अपने लड़के को परीक्षा देने बैठा देता है। ऐसा ही कृत्य गैंग ने आरक्षक भर्ती के लिए हुई लिखित परीक्षा में किया। जब लिखित परीक्षा के बाद शारीरिक दक्षता परीक्षा होती है तो उसमें गैंग के दूसरे युवक शामिल होते हैं। शारीरिक दक्षता परीक्षा के दौरान जब दस्तावेज और फिंगर प्रिंट की जांच की गई तो मिलान न होने पर चंद्रशेखर सिंह, श्यामवीर सिंह, महेंद्र सिंह तथा अजीत सिंह को आगरा से गिरफ्तार किया गया। इनकी निशानदेही पर गैंग के मास्टरमाइंड मुरैना के हरिओम दत्त व दुर्गेश सिंह को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया। अब पुलिस को इस गैंग मुख्य सरगना की तलाश है।

CG Kranti News channel

Follow the CG Kranti News channel on WhatsApp

Leave a Comment

ताजा खबर

error: Content is protected By Piccozone !!