सीजी क्रांति/खैरागढ़। डीएफओ दिलराज प्रभाकर के खिलाफ आचार संहिता का उल्लंघन करने को लेकर फर्जी शिकायत का मामला सामने आया है। शिकायत में डीएफओ पर पद का गलत उपयोग कर सत्ता सरकार के लिए काम करने का आरोप लगाया है। मामले की जांच हो गई है, जांच के बाद डीएफओ प्रभाकर को क्लीनचीट भी मिल गई है।
खासबात यह है कि शिकायत में जिसे आवेदक बताया गया है। यानी राजू अग्रवाल खैरागढ़, उन्हें शिकायत को लेकर कोई जानकारी ही नहीं है। उनके पास जांच रिपोर्ट पहुंची तो उन्हें मालूम हुआ कि ऐसा भी कुछ मामला है। उन्होंने एसडीएम को शपथ पत्र देकर शिकायत फर्जी होेने का दावा किया है।
राजू अग्रवाल ने बताया कि उनके पास एसडीएम कार्यालय से एक पत्र आया। जिसका विषय था…भ्रष्टाचार एवं विधानसभा उप निर्वाचन-2022 दिलराज प्रभाकर डीएफओ खैरागढ़ द्वारा आधार संहिता का उल्लंघन किये जाने के संबंध में। वही शिकायतकर्ता का नाम…राजू अग्रवाल, वरिष्ठ पत्रकार, खैरागढ़ जिला राजनांदगाव लिखा हुआ था। इसके बाद उन्होंने खैरागढ़ एसडीएम कार्यालय पहुंचकर शपथ पत्र के माध्यम से उक्त शिकायत उनके द्वारा नहीं किए जाने की जानकारी दी है।
आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत वाले पूरे मामले में प्रशासनिक कार्यशैली कटघरे में नजर आ रहा है। क्योंकि एसडीएम कार्यालय द्वारा जारी जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रशासनिक टीम ने शिकायत की जांच की। जिसमें शिकायत पूरी तरह बेबुनियाद पाया गया। गौर करने वाली बात यह है कि जांच के दौरान प्रशासन ने एक बार भी शिकायतकर्ता का बयान नहीं लिया गया। अगर ऐसा कुछ हुआ होता तो शिकायत के फर्जी होने की बात सामने आ जाती।