सीजी क्रांति/खैरागढ़। बीते 3 दिन से खैरागढ़ में बिजली की आंख मिचौली से लोग परेशान है। स्कूल-कॉलेज में परीक्षा का दौर चल रहा है। बार-बार बिजली गुल होने से खासकर स्टुडेंट्स को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
इसके पीछे बारिश और अंधड़ को कारण बताया जा रहा है। हर बार की तरह इस बार भी बिजली विभाग की पूरी व्यवस्था महज घंटे भर की बारिश में पस्त हो गई। बारिश के कारण गर्मी से निजात मिली। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश की वजह से बिल में रहने वाले सांप-बिच्छु व अन्य किट-पतंगों से लोग भयभीत रहे। लिहाजा हर बार की तरह बारिश और आंधी की मार बिजली विभाग की व्यवस्था सह नहीं पाई। हालांकि दूसरे पहलू पर गौर करें तो बिजली विभाग का मैदानी अमला देर रात बिजली के उंचे खंभों में चढ़कर विद्युत आपूर्ति बहाल करने की कोशिश में जूटे रहे।
उंचे खंभों में जान जोखिम में डालकर काम कर रहे कर्मचारी
बिजली विभाग में मैदानी अमला संविदा पर काम कर रहे हैं। बिजली गुल की परेशानी होने पर संविदा कर्मचारी रात के अंधेरे में उंचे स्ट्रीट पोल में चढ़कर मरम्मत कार्य करते देखे गए। इस दौरान हैरान की करने वाली बात यही रही कि स्टेट हाईवे में उंचे खंभों पर चढ़कर काम करने वाले कर्मचारियों के पास जरूरी संसाधन का अभाव देखा गया। सालों पुरानी सीढ़ी पर खंभे के आधे हिस्से में चढ़कर बाकी चढ़ाई खुद ही चढ़नी पड़ी। इस दौरान यदि दुर्भाग्यवश हादसा हो गया तो संविदा कर्मचारियों के परिवार का हाल बेहाल हो जाएगा। विद्युत मरम्मत के दौरान हादसों की आशंका को ध्यान में रखते हुए बिजली विभाग ने कर्मचारियों को पर्याप्त सुरक्षा उपकरण उपलब्ध है या नहीं इसकी सुध नहीं ले रहा है।