सीजी क्रांति न्यूज/खैरागढ़। खैरागढ़—छुईखदान—गंडई जिला के दूसरे एसपी त्रिलोक बंसल ने मंगलवार को कार्यभार संभाल लिया। देश के सबसे कठिन परीक्षा मानी जाने वाली यूपीएससी को पांच बार क्ल्यिर करने वाले त्रिलोक बंसल बचपन से ही मेधावी छात्र रहे हैं। उनका पूरा परिवार सिविल सर्विस में है। यूपीएससी को पांच बार क्लियर कर लेना अपने आप में एक अतुलनीय रिकार्ड है। वे इससे पहले गौरेला—पेंड्रा—मरवाही के एसपी रहे हैं। नई पीढ़ी जो सिविल सर्विस में जाना चाहते हैं, उनके लिए त्रिलोक बंसल प्रेरणा पुरूष हैं। तो आईए रूबरू होते हैं जिले के नए एसपी त्रिलोक बंसल के जीवन से।
आईपीएस त्रिलोक बंसल मूलतः महासमुंद से हैं। इनकी प्रारंभिक एवं हायर सेकेंडरी तक की शिक्षा महासमुंद में ही हुई। वर्ष 2006 में इन्होंने बीएचयू के आईआईटी सिविल से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। जिसके बाद इन्होंने यूपीएससी एग्जाम दिया और 2006 में ही इनका चयन भारतीय इंजीनियरिंग सेवा के लिए हुआ। सेलेक्शन के बाद उन्होंने मिलिट्री इंजीनियरिंग सेवा दिल्ली में वर्ष 2006 से 2008 तक अपनी सेवाएं दीं। साथ ही उन्होंने वर्ष 2007 के यूपीएससी एग्जाम में पुनः सफलता प्राप्त की और एमईएस के लिए चयनित हुए।
इसके बाद वर्ष 2008 में त्रिलोक बंसल ने एक बार फिर से यूपीएससी का एग्जाम दिया और फिर से सफलता प्राप्त की। इस बार उन्हें आईआरएसई (इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ इंजीनियरिंग) के लिए चयनित किया गया। यहां उन्होंने वर्ष 2008 से 2016 तक अपनी सेवाएं दीं।
IPS त्रिलोक बंसल इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ इंजीनियरिंग में काम करते हुए सिविल सर्विस की तैयारी भी कर रहे थे, जिसके बाद उन्होंने रेलवे की नौकरी के दौरान ही वर्ष 2014 की यूपीएससी सिविल सर्विसेज का एग्जाम क्रैक किया. उन्हें दिल्ली पुलिस में एसीपी (असिस्टेंट कमिश्नर आफ पुलिस) के रूप में पोस्टिंग मिली. इसके बाद एक बार फिर उन्होंने वर्ष 2015 का यूपीएससी सिविल सर्विसेज एग्जाम दिया और एक बार फिर से उन्हें सफलता मिली. इस बार उनकी ऑल इंडिया रैंकिंग 97 थी और उन्हें आईपीएस के लिए चयनित किया गया.
सेलेक्शन के बाद IPS त्रिलोक बंसल ने एक साल की ट्रेनिंग की. इसके बाद उनकी पहली पोस्टिंग जनवरी 2018 में दुर्ग जिले में हुई। ट्रेनिंग के बाद उन्हें अक्टूबर 2018 में सीएसपी (नगर पुलिस अधीक्षक) दुर्ग की जिम्मेदारी दी गई। जहां उन्होंने मार्च 2019 तक अपनी सेवाएं दी। इसके बाद वे अप्रैल 2019 से नवंबर 2019 तक सीएसपी सिविल लाइन रायपुर के पद पर पदस्थ रहे। नवंबर 2019 में IPS त्रिलोक बंसल को छत्तीसगढ़ के राज्यपाल का एडीसी बनाया गया। इसके बाद जुलाई 2021 से जुलाई 2022 तक वे छत्तीसगढ़ के नए जिले गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में पुलिस अधीक्षक के पद पर कार्यरत रहे।
त्रिलोक बंसल का परिवार पूरी तरह से प्रशासनिक सेवा और उच्च सेवा से जुड़ा हुआ है। आईपीएस त्रिलोक बंसल जब कॉलेज में पढ़ाई कर रहे थे, उसी समय वर्ष 2002 में उनके बड़े भाई श्रवण बंसल यूपीएससी एग्जाम क्वालीफाई कर आईआरएस (इंडियन रेवेन्यू सर्विस) के लिए चयनित हुए। जो कि इनके लिए प्रेरणादायक रहा। बड़े भाई श्रवण बंसल वर्तमान में एडिशनल कमिश्नर जीएसटी हैं। वहीं उनकी पत्नी प्रतिमा बंसल भी जीएसटी कमिश्नर हैं। उनकी छोटी बहन शीतल बंसल डिप्टी कलेक्टर व बहनोई आयुष जैन डीएफओ हैं।