सीजी क्रांति/खैरागढ़। कर्नाटक की राजधानी बंगलुरू में यूथ फेस्टिवल में शामिल होकर वापस लौट रहे इंदिरा कला संगीत विवि के 36 छात्र-छात्राओं की टीम बंगलुरू में सड़क हादसे का शिकार हो गई। इनमें कुल 9 छात्र-छात्राओं को अधिक चोट आई है। वहीं आधा दर्जन से अधिक लोगों को मामूली चोटें आई है।
शुक्रवार को देर शाम विवि कैंपस लौटने के बाद सभी घायल बच्चों का विवि के स्वास्थ्य केंद्र में उपचार किया गया। करीब दो घंटे के बाद सभी बच्चों को सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां अभी दो बच्चों को रायपुर एम्स रेफर करने की तैयारी चल रही है।
शनिवार शाम विवि के छात्रों ने फतेह मैदान में बैठक रखी। और विवि प्रशासन की लचर व्यवस्था के खिलाफ अब मुखर होकर विरोध करने रायशुमारी की। उसके बाद देर शाम सैकड़ों की संख्या में स्टुडेंटस सिविल अस्पताल के बाहर खड़े होकर घायल बच्चों को अच्छे उपचार के लिए रेफर करने की मांग करने लगे।
बताया जा रहा है कि विवि प्रशासन खैरागढ़ से बंगलुरू जाने के लिए बस की व्यवस्थ की थी। जबकि राजनांदगांव और दुर्ग से बंगलुरू के लिए ट्रेन की व्यवस्था है। बस से करीब 38 घंटे का सफर तय कर बच्चों को बंगलुरू जाना पड़ा। जबकि कम कीमत और कम समय में रेल से जाया जा सकता था।
बच्चों के मन में इसलिए आक्रोश है कि जब 1 मार्च को दुर्घटना हुई तो उनका उपचार बंगलौर में ही कराया जाना था। या फिर उन्हें छत्तीसगढ़ में ही सीधे बड़े शहर में अच्छे अस्पताल में ले जाया जाना चाहिए था। लेकिन घायल बच्चों को विजयनगरम में प्राथमिक उपचार के बाद सीधे खैरागढ़ ला लिया गया। यानी तीन दिन दर्द से कराहते बच्चों के उपचार की व्यवस्था करने में कहीं न कहीं विवि प्रशासन ने लापरवाही बरती है। इसे लेकर विवि के छात्रों में जबर्दस्त लापरवाही देखी जा रही है। हालांकि कई छात्र-छा़त्राएं ऐसे भी है जो कॅरियर और परीक्षा में रिजल्ट खराब किए जाने के भय से अभी भी मुंह खोलने को तैयार नहीं है। वहीं मीडिया के सामने आकर सच्चाई बताने को भी तैयार नहीं है।
घायल बच्चों के नाम
पूर्णिमा राना
डिंपल पुलसत्या
तोरन कुमार निषाद
उत्तम कुमार
मोना वर्मा
नम्रता
जीत्तू राम
कविता
रोहनी धु्रव