सीजी क्रांति/खैरागढ़। शहर की हनी जी चोपड़ा संयम की राह पर चल पड़ी है। वह 24 फरवरी को महाराष्ट्र के मालेगांव में संयम मार्ग का अनुसरण करेगी। दीक्षा से पहले शनिवार को चोपड़ा परिवार की बेटी हनी जी चोपड़ा ने शहर भ्रमण किया। इस दौरान उनका भव्य स्वागत हुआ। संयम मार्ग में आगे बढ़ने से पहले सांसारिक जीवन में उनके त्याग पर नगर ने भाव विभोर करने वाली आत्मीयता लुटाई। शोभायात्रा का नगर में जगह जगह स्वागत हुआ
दीक्षा अभिनंदन महोत्सव को लेकर सकल जैन श्रीसंघ संघ के अध्यक्ष कमलेश गिडिय़ा व कार्यक्रम का संयोजन कर रहे समाजसेवी गुलाब छाजेड़ ने बताया कि दीक्षा अभिनंदन महोत्सव को लेकर 8 दिवसीय कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गई। 5 फरवरी से कुमकुम के साथ महोत्सव की शुरूआत की गई। मुमुक्षु बहन हनी जी चोपड़ा ने बताया कि छात्र जीवन से ही वह संयम मार्ग का अनुसरण करती रही है। धर्म में प्रारंभ से रूचि थी, लेकिन मेधावी छात्रा के रूप में भी विख्यात रही मुमुक्षु बहन अध्ययन के क्षेत्र में रत रही, परिवार में प्रारंभ से ही धार्मिक संस्कार व प्रवृत्तियों के कारण बचपन से साधु-संतों का सानिध्य मिलता रहा।
यह चोपड़ा परिवार से चौथी दीक्षा होगी वहीं नगर से 10 वीं दीक्षा है। संयम मार्ग के अनुशरण को लेकर मुमुक्षु बहन ने बताया कि जीवन में संसार व संयम दो ही चीजें हैं। अपनी आत्मा को जानना ही साधु मार्ग है। भगवान महावीर स्वामी का मार्ग ही ऐसा है कि हम पूरे संसार को धर्म से जोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिस मार्ग में भगवान महावीर चले, जिस मार्ग में पू य चंदन माला चली उस मार्ग में मुझे चलने का सौभाग्य मिल रहा यह मेरे लिये गौरव की बात है।