सीजी क्रांति न्यूज/खैरागढ़। शिक्षा और समाज के विभिन्न आयाम विषय पर शैक्षिक प्रगतिशील मंच की ओर से इंदिरा कला संगीत विवि के आडिटोरियम में सेमिनार आयोजित की गई। जिले में यह पहला सेमिनार था। जिसमें शिक्षा, कॅरियर, समाज और अर्थपूर्ण जीवन पर विशेषज्ञों ने अपना कीमती विचार रखा। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शहर के प्रबुद्ध नागरिक, विद्यार्थी और पालक शामिल हुए। भारत की प्रथम महिला शिक्षिका ज्योति सावित्री फुले के स्मरण में आयोजित आयोजन में छत्तीसगढ़, झारखंड और महाराष्ट्र के प्रबुद्ध विशेषज्ञों ने सम्बोधित किया। युवा मन की उलझन, समग्र मानव विकास, तनाव-प्रबंधन, जीवन मूल्य आदि पर श्रोता-वक्ता के मध्य परिचर्चा ने आयोजन को रोचक और प्रभावी बना दिया।
कमला कॉलेज राजनांदगांव के मनोविज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. बसंत सोनबेर ने कहा कि मनुष्य को अपनी क्षमता, आधुनिक ढंग से परखते हुए चयन करना चाहिए और सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता।
डॉ. दीप्ति धुरंधर साइकोलॉजिस्ट, राज्य मानसिक चिकित्सालय बिलासपुर ने कहा कि विद्यार्थी जीवन के लिए जरुरी है कि अपने ताकत और कमजोरियो को पहचान कर आगे बढ़े। जीवन लक्ष्य निर्धारित करके सफल तरीके अपनाएं, अर्थपूर्ण जीवन जीने के लिए सबसे जरूरी है कि अपना कार्य करेक्ट करें।
कटघोरा जेबीडी आर्ट साइंस कॉलेज के प्राचार्य प्रो. के एल आदिले ने कहा कि संविधान को वास्तविक रूप में लागू किया जाए, शिक्षक और शिक्षार्थी शिक्षा के संदर्भ में व्यावहारिक और प्रायोगिक ज्ञान प्राप्त करें। देश में कुर्सी की राजनीति बंद होनी चाहिए क्योंकि राजनीति तो जीवन पद्धति है।
पूनम सुरेखा गोपाल राज्य कर अधिकारी, दुर्ग ने कहा कि जीवन के अर्थ को समझने में हर मनुष्य का दृष्टिकोण अलग-अलग होता है लेकिन अर्थ के पीछे न भागें, अपितु अपने जीवन को अर्थ प्रदान करने की कोशिश करें।
डिप्टी कलेक्टर टीपी साहू ने रामायण को उद्धरित करते हुए कहा कि परहित सरिस धर्म नहीं भाई, पर पीड़ा सम नही अधमाई। अर्थपूर्ण जीवन जीना नितांत आवश्यक है, स्वार्थी जीवन तो सभी प्राणी जीते है। ईश्वर ने मनुष्य को विवेक दिया ताकि वह स्वयंहित के साथ दूसरो के हितों का भी संरक्षण करे तभी श्रेष्ठ समाज का निर्माण संभव है।
महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र राजनांदगांव के बीपी वासनिक ने रोजगार के लिए सरकार से सब्सीडी भरी योजनाओं पर युवाओं और महिलाओं को जल्दी से जल्दी कार्य शुरू करने कहा।
महाराष्ट्र से आए उद्यमी मनोहर उइके बताया कि आप स्वयं सहायता समूह वनोपज और औषधि का निर्माण करें, सामान हम ख़रीदेंगे। भारत मे हमारे 216 रिटेल स्टोर है, दुबई, अमेरिका और अन्य देश में निर्यात करते हैं।
कार्यक्रम के संयोजक विप्लव साहू ने कहा कि यह व्यवस्था की त्रासदी है कि किसान का बेटा किसान नहीं बनना चाहता। समाज को उच्च प्राथमिकता तय करके स्कूल जाना पड़ेगा, तभी साहित्य और कार्योन्मुख होकर जीवन को सच्चा अर्थ मिलेगा। कम्फर्ट जोन तोड़कर स्त्री को सुरक्षा और जगह देना जरूरी है।
जिला शिक्षा अधिकारी एफ आर कोसरिया, इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के लोकपाल प्रो डॉ काशीनाथ तिवारी, ओबीसी महासभा प्रदेश उपाध्यक्ष खिलेश्वरी साहू, जिला साहू संघ अध्यक्ष टीलेश्वर साहू, रानी रश्मि देवी कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर जितेंद्र साखरे, डॉ महेश मिश्रा, जनपद सदस्य वंदना वर्मा, प्रवीण श्योकंद कुम्हारी, प्रतिमा वासनिक राजनांदगांव, महेंद्र साहू डोंगरगढ़, आलोक सिंह खैरागढ़, सौरभ मिलिंद अंबागढ़ चौकी, संतोषी सलामे मानपुर।
इनका हुआ सम्मान
शैक्षिक प्रगतिशील मंच ने अपने क्षेत्र विशेष में बेहतर प्रदर्शन के लिए राजा मानकर ताइक्वांडो नेशनल चैंपियन, देवकांत यदु साहित्यकार, छगन शर्मा कार्यपालन अभियंता विद्युत विभाग, रविंद्र कुमार मेहरा सहायक संचालक उद्यानिकी, राजीव शर्मा जिला नोडल अधिकारी पशुधन विभाग, डॉ अनुराधा वर्मा स्वास्थ्य विभाग, संध्या वर्मा स्टाफ नर्स सिविल अस्पताल, वीरेंद्र चंद्राकर पुलिस विभाग, तपस्विनी प्रधान महिला बाल विकास, सपना रणवीर स्वच्छता विभाग, विभाष पाठक शिक्षा विभाग, संजय श्रीवास्तव शिक्षा विभाग, लक्ष्मी साहू शिक्षा विभाग, सपना गणवीर स्वच्छता विभाग, निधि सिंह विवेकानंद पब्लिक स्कूल, मनीषा साहू स्वास्थ्य विभाग, उत्कृष्ट चित्रकारी के लिए माध्यमिक शाला बैहातोला के बच्चो और अन्य को भी सम्मानित किया।
कार्यक्रम का संयोजन एकेडमिक एक्टिविस्ट विप्लव साहू ने किया। सफल संचालन करते हुए गंगासिंह वर्मा, देवहूति साहू ने सभा में आये सभी वक्ताओं, जागरूक संस्था प्रमुखों, साहित्यकार, शिक्षकों, वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं, विद्यार्थियों, विश्वविद्यालय प्रबंधन, पत्रकारों, क्राउड फंडिंग करने वालों, आम नागरिकों और कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए वेलेंटियर साथियों का आभार व्यक्त किया।